अटल बिजली बचत योजना के कार्यान्वयन से 100 करोड़ रुपये की बचत

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By Hills Post

शिमला: राज्य में ‘अटल बिजली बचत योजना’ के कार्यान्वयन से एक वर्ष में 100 करोड़ रुपये लागत की 270 मैगा यूनिट बिजली बचत की गयी, जिससे पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान मिला। मुख्यमंत्री आज हमीरपुर जिले के बड़ी फरनोहल में ‘प्रशासन जनता के द्वार’ कार्यक्रम के अवसर पर बोल रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने धनेड़ में 39 लाख रुपये की अनुमानित लागत से निर्मित होने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिला रखी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता को चार-चार सीएफएल बल्ब निःशुल्क उपलब्ध करवाए गए हैं, जिसपर लगभग 65 करोड़ रुपये व्यय किए गए। उपभोक्ताओं ने इस योजना को व्यापक तौर पर अपनाकर अपने पुराने उच्च वॉट के बल्बों को नए सीएफएल बल्बों से बदला। इस योजना से उपभोक्ता व्यापक तौर लाभान्वित हुए हैं और एक वर्ष में 100 करोड़ रुपये लागत की बिजली बचत हुई।

प्रो. धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ आरंभ की है, जिसके माध्यम से चिकित्सकों द्वारा विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि युवा अवस्था में उन्हें किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी शिकायत न हो। 65 वर्ष की आयु से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘मुस्कान’ योजना भी आरंभ की गयी है, जिसके अंतर्गत निःशुल्क डैंचर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर राज्य द्वारा सभी क्षेत्रों में अर्जित की गयी अन्य उपलब्धियों एवं गत तीन वर्षों के दौरान प्राप्त पुरस्कारों, जो अपने आप में एक रिकार्ड है, का भी ब्यौरा दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की वर्तमान सरकार आम आदमी की सरकार है, जो लोगों की आशाओं एवं आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार 12 हजार की जनसंख्या के लिए एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उपलब्ध करवा रही है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह संख्या 20 हजार निर्धारित है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्वीकृति की मांग को पूरा किया गया है। प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस 25 दिसम्बर, 2010 को ‘अटल स्वास्थ्य सेवा’ आरंभ की, जिसके अंतर्गत गंभीर रोगियों को नजदीक के अस्पताल तक आधे घंटे के भीतर पहुंचाने के लिए निःशुल्क ऐम्बुलैंस सेवा उपलब्ध करवायी जा रही है। ऐम्बुलैंस में रोगियों को निःशुल्क दवाएं इत्यादि भी उपलब्ध करवायी जा रही हैं। इस वित्त वर्ष के अंत तक प्रदेश के विभिन्न भागों में इन ऐम्बुलैंसों को तैनात किया जाएगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस सुविधा का दुरुपयोग न करें, जो किसी भी ज़रूरतमंद व्यक्ति के लिए घातक हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह एक आपातकालीन सेवा है, जिसका उपयोग केवल आपात चिकित्सा के मामले में ही किया जाना चाहिए।

प्रो. धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश का समान एवं संतुलित विकास सुनिश्चित बना रही है, ताकि राज्य का त्वरित विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिले में 8 करोड़ रुपये की गैर मौसमी सब्जी परियोजना आरंभ की गयी है, जिसके तहत छोटे चैकडैमों का निर्माण किया गया है। इन चैकडैमों के निर्माण से भू-जल स्तर बढ़ा है और एशियन विकास बैंक तथा अन्य राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों ने इन प्रयासों की सराहना की है। इस योजना ने कृषि गतिविधियों में क्रांतिकारी बदलाव लाया और किसान कृषि विविधिकरण को अपनाने के लिए प्रेरित हुए।

मुख्यमंत्री ने लोगों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का आग्रह किया, ताकि उनके क्षेत्र का त्वरित विकास हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य में पंचायती राज संस्थानों की निष्पक्ष एवं स्वतन्त्र चुनाव प्रक्रिया सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई है तथा निर्वाचित प्रतिनिधियों को समाज के प्रत्येक वर्ग के सहयोग के लिए आगे आने की आवश्यकता है। संयुक्त प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों का त्वरित विकास सुनिश्चित होगा। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि लोगों की विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा तथा इसके लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवायी गयी है। उन्होंने नव निर्वाचित प्रतिनिधियों को परामर्श दिया कि वे अपने कार्य प्रणाली में पारदर्शिता को बनाए रखें और सार्वजनिक धन का सही उपयोग सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि हिमाचल प्रदेश को हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।

स्थानीय विधायक श्रीमती उर्मिल ठाकुर ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा जिले के दुर्गम क्षेत्र में ‘प्रशासन जनता के द्वार’ कार्यक्रम के आयोजन एवं विकासात्मक योजनाओं के लोकार्पण के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि धनेड़ में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के शिलान्यास से लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अब पर्याप्त पेयजल उपलब्ध है, जबकि यह क्षेत्र पहले सूखा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। उन्होंने दलाशी धार तथा भदरोल गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

जिला भाजपा कार्यकारी समिति के सदस्य कैप्टन रोशन लाल शर्मा ने पंचायत को विकास कार्यों के लिए उदार आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने क्षेत्र में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न विकास गतिविधियों की जानकारी दी तथा कहा कि गत तीन वर्षों के दौरान पंचायत में 11 हैंडपंप स्थापित किए गए हैं।

फरनोहल ग्राम पंचायत के प्रधान श्री विनोद चोपड़ा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

विधायक श्री बलदेव शर्मा, राज्य किसान मोर्चा के अध्यक्ष एवं एपीएमसी के अध्यक्ष श्री प्यारे लाल शर्मा, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री आर.एस. मनकोटिया, भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम के सीएमडी श्री एम.सी. परमार, जिला हमीरपुर भाजपा अध्यक्ष श्री देसराज शर्मा, जिला परिषद की अध्यक्ष श्रीमती सरला शर्मा, उपायुक्त श्री राजेन्द्र सिंह, मुख्य अभियंता लोक निर्माण श्री सोनम नेगी, अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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