अर्की कॉलेज में पहाड़ों के खतरों पर छात्रों ने लिखे निबंध, आपदाएं दैवीय प्रकोप नहीं

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By Hills Post

सोलन: राजकीय महाविद्यालय अर्की में चल रहे हिंदी पखवाड़े के तहत मंगलवार को एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका विषय “पहाड़ों के दरकने से जन जीवन पर मंडराते खतरे” था। प्रतियोगिता में कॉलेज के लगभग सभी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और इस गंभीर मुद्दे पर अपने विचार रखे।

यह कार्यक्रम 14 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले हिंदी पखवाड़े का हिस्सा है, जिसका आयोजन हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ. राजन तनवर की देखरेख में किया जा रहा है।

इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती सुनीता शर्मा ने छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाएं अक्सर मानवीय गलतियों का नतीजा होती हैं, यह कोई दैवीय प्रकोप नहीं है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे प्रकृति के संरक्षण के लिए खुद आगे आएं और अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें।

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