शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और शोध कार्यों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ा। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय और राजीव गांधी सरकारी कॉलेज, चौरा मैदान के बीच आज औपचारिक रूप से एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस रणनीतिक साझेदारी का मुख्य उद्देश्य दोनों प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच शैक्षणिक सहयोग को मजबूत करना, शोध गतिविधियों को बढ़ावा देना और संसाधनों का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित करना है।

इस ऐतिहासिक समझौते पर राजीव गांधी सरकारी कॉलेज की ओर से प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान और एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डॉ. आर.एल. शर्मा ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर डॉ. पी.एल. वर्मा और डॉ. राकेश शर्मा सहित कॉलेज के अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पहल को छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मील का पत्थर बताया।
यह नई साझेदारी दोनों संस्थानों के लिए कई मायनों में खास है। इसके तहत संयुक्त रूप से सेमिनार, कार्यशालाएं, वेबिनार और मूल्य वर्धित पाठ्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे छात्रों को किताबी ज्ञान से परे व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा। छात्रों को अब इंटर्नशिप, विभिन्न प्रतियोगिताओं और सामुदायिक सेवा कार्यक्रमों में भाग लेने के व्यापक अवसर मिलेंगे, जो उनके सर्वांगीण विकास में सहायक होंगे। साथ ही, दोनों संस्थानों के शिक्षक विशेषज्ञ व्याख्यान, फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी), पाठ्यक्रम संवर्धन और शैक्षणिक मार्गदर्शन में एक-दूसरे का सक्रिय सहयोग करेंगे।
इस समझौते की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का साझा उपयोग है। अब दोनों संस्थान संयुक्त शोध और शिक्षण गतिविधियों के लिए एक-दूसरे की लाइब्रेरी, प्रयोगशालाएं, आईसीटी संसाधन और सेमिनार हॉल का उपयोग कर सकेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस प्रक्रिया से नियमित कक्षाओं पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। समझौते के प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी के लिए एक ‘संयुक्त समन्वय समिति’ का गठन किया जाएगा, जिसमें दोनों संस्थानों के नामित शिक्षक शामिल होंगे और यह समिति साल में कम से कम एक बार बैठक कर प्रगति की समीक्षा करेगी।
यह समझौता हस्ताक्षर की तारीख से अगले तीन वर्षों के लिए प्रभावी रहेगा और आपसी सहमति से इसे आगे भी नवीनीकृत किया जा सकेगा। यह सहयोग एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी और राजीव गांधी सरकारी कॉलेज की हिमाचल प्रदेश में शैक्षणिक उत्कृष्टता और शोध को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।