नाहन : हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के कालाअंब उपमंडल में पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक मीटरों को हटाकर उपभोक्ताओं को अत्याधुनिक, पारदर्शी एवं तकनीकी रूप से उन्नत स्मार्ट मीटर से जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया गया है। यह कार्य तेजी से क्षेत्र में प्रगति पर है।
उपमंडल स्तर पर यह कार्य बोर्ड द्वारा अधिकृत एजेंसियों मेसर्ज़ अपरावा और शर्मा क्रिएशन द्वारा किया जा रहा है। सहायक अभियंता महेश चौधरी ने जनसाधारण से आग्रह किया है कि वे इन एजेंसियों को पूरा सहयोग दें ताकि कार्य में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।

उन्होंने स्पष्ट किया कि बिजली मीटर सरकारी संपत्ति है और उसका प्रतिस्थापन एक सरकारी प्रक्रिया है, जो उपभोक्ताओं के हित में प्रदेशस्तर पर लागू की जा रही योजनाओं के अंतर्गत हो रही है। यदि कोई उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगाने में जानबूझ कर बाधा उत्पन्न करता है, तो उसके विरुद्ध भारतीय न्याय सहित (BNS) की धारा 132 के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
महेश चौधरी ने यह भी बताया कि खेरी काला अंब, मोगीनंद, सुकेती, विक्रम बाग और त्रिलोकपुर जैसे क्षेत्रों से विभागीय कार्य में बाधा डालने की घटनाएं सामने आई हैं, जो न केवल सरकारी कार्य में हस्तक्षेप है, बल्कि दंडनीय अपराध भी है।
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को सटीक बिलिंग, ऊर्जा खपत का रियल टाइम डेटा, बिजली चोरी पर नियंत्रण, रिमोट डिस्कनेक्शन/री-कनेक्शन जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इससे बिजली व्यवस्था की कार्यक्षमता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
इसके साथ ही, जिन उपभोक्ताओं ने अभी तक अपने मीटर की ई-केवाईसी (E-KYC) नहीं करवाई है, उनसे अनुरोध है कि वे शीघ्र विद्युत कार्यालय में आकर E-KYC पूर्ण करें। अन्यथा भविष्य में वे बिजली सब्सिडी से वंचित हो सकते हैं, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।