कुलदेवता शिरगुल महाराज को अर्पित की पहली तनख्वाह, संस्कृत शिक्षक की आस्था बनी प्रेरणा

नाहन : राजकीय उच्च विद्यालय भटेवड़ी में शास्त्री पद पर कार्यरत गांव मिल्ला निवासी पंडित रजनीश शर्मा ने अपने कुलदेवता शिरगुल महाराज के प्रति अद्वितीय आस्था दर्शाते हुए एक प्रेरणादायक पहल की है। उन्होंने अपनी पहली वेतन राशि ₹51,151/- पूरी तरह मंदिर निर्माण कार्य हेतु समर्पित कर दी। यह राशि गांव मिल्ला में निर्माणाधीन शिरगुल मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए दी गई है।

मंदिर के भंडारी कुलदीप शर्मा ने इस बात की जानकारी देते हुए रजनीश शर्मा के इस योगदान की सराहना की और कहा कि यह कार्य न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज के लिए एक अनुकरणीय संदेश भी है। उन्होंने स्थानीय युवाओं, कर्मचारियों और क्षेत्रवासियों से भी मंदिर निर्माण में सहयोग देने की अपील की है।

कुलदेवता शिरगुल महाराज

बताया गया कि ‘शिरगुल सेवा समिति मिल्ला’ नाम से एक सोशल मीडिया पेज भी बनाया गया है, जहां मंदिर से जुड़ी जानकारियों के साथ बैंक खाता विवरण और क्यूआर कोड की सुविधा दी गई है। इससे इच्छुक श्रद्धालु ऑनलाइन माध्यम से भी दान कर सकते हैं।

पंडित रजनीश शर्मा न केवल संस्कृत के शिक्षक हैं, बल्कि वे वेद, भाषा और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में भी सक्रिय हैं। उनका बचपन जहां बाल्य शरारतों से भरा रहा, वहीं आज वे समाज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं।

रजनीश शर्मा के पिता पंडित बाबू राम शर्मा स्थानीय विद्यालय में वरिष्ठ सहायक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं और उनके बड़े भाई पपेन्दर शर्मा भारतीय सेना में राष्ट्रसेवा में जुटे हैं।

यह योगदान केवल एक आर्थिक सहायता नहीं है, बल्कि यह आस्था, संस्कृति और सामाजिक मूल्यों के प्रति समर्पण की जीवंत मिसाल है, जो निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।