नाहन : डॉ. वाई.एस. परमार मेडिकल कॉलेज, नाहन के आपातकाल (इमरजेंसी) विभाग में लागू 10/- रुपये की एंट्री फीस को तत्काल प्रभाव से माफ करने की मांग ने ज़ोर पकड़ लिया है। समाज सेवा में सक्रिय संस्था ‘ड्रॉप्स ऑफ़ होप सोसाइटी सिरमौर के अध्यक्ष ने इस संबंध में नाहन के विधायक अजय सोलंकी को एक अनुरोध पत्र सौंपा है।
सोसाइटी के अध्यक्ष, ईशान राव ने बताया कि इमरजेंसी में इलाज के लिए आने वाले हर मरीज़ को स्लिप काउंटर पर 10/- रुपये का शुल्क देना पड़ता है। उन्होंने तर्क दिया कि कई गरीब और आर्थिक रूप से कमज़ोर मरीज़ों के लिए, खासकर गंभीर स्थितियों में, यह छोटी रकम भी एक अनावश्यक बोझ बन जाती है, जब उनकी पहली प्राथमिकता तुरंत मेडिकल सहायता प्राप्त करना होता है।

उन्होंने कहा कि “इमरजेंसी के समय यह छोटी रकम भी कमज़ोर आर्थिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के लिए एक बड़ी बाधा बन जाती है। राज्य के कई ज़िलों में सरकारी मेडिकल सुविधाओं में इमरजेंसी इलाज के लिए कोई फीस नहीं ली जा रही है, और नाहन मेडिकल कॉलेज में भी इसी जन-हितैषी प्रथा का पालन होना चाहिए।”
‘ड्रॉप्स ऑफ़ होप’ सोसाइटी ने विधायक से यह अनुरोध किया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें। सोसाइटी ने न केवल इमरजेंसी में आने वाले मरीज़ों के लिए, बल्कि ओपीडी स्लिप बनवाते समय आउटडोर मरीज़ों के लिए भी 10/- रुपये के इस चार्ज को भी माफ करने की मांग की है। संस्था का मानना है कि ऐसा करने से जनता को बहुत फायदा होगा और ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी की समान पहुँच सुनिश्चित की जा सकेगी।
ड्रॉप्स ऑफ़ होप सोसाइटी और नाहन की जनता और को उम्मीद है कि इस जनहितैषी मांग पर जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।