शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने आज शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा प्रदेश को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नड्डा भ्रामक और तथ्यहीन बयान कर रहे हैं, एक महत्वपूर्ण पद पर बैठे प्रदेश से जुड़े नेता को प्रदेश के हित में बात करनी चाहिए, न कि राजनीति से प्रेरित बयानबाजी करनी चाहिए।

नरेश चौहान ने कहा कि नड्डा बताएं कि प्रदेश में एक बड़ी आपदा आने के समय में उन्होंने क्या योगदान दिया। उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क को लेकर जो कहा जा रहा है वह गलत है। चौहान ने कहा कि यह प्रोजेक्ट प्रदेश सरकार स्वयं बना रही है, भारत सरकार से मिले 25 करोड़ रुपये ब्याज सहित वापस किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल डिवाइस पार्क लिए किया गया एग्रीमेंट प्रदेश के हित में नहीं था। पार्क के लिए 1500 बीघा जमीन मात्र 12 लाख 63 हजार में देने का समझौता किया गया था, जो जमीन की बाजार कीमत के मुकाबले बेहद कम था।
नरेश चौहान ने कहा कि नड्डा यदि प्रदेश के हितेषी हैं तो वे खुल कर के प्रदेश की सहायता करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जब मेडिकल डिवाइस पार्क की समीक्षा की तो पाया कि इसमें राज्य को भारी नुकसान हो रहा है। जमीन की वैल्यू करीब 500 करोड़ है। न सिर्फ जमीन, बल्कि बिजली और पानी की दरें भी प्रदेश सरकार के लिए घाटे का सौदा थी।
इस प्रोजेक्ट में 10 साल तक बिना किसी शुल्क के पानी की आपूर्ति, मेंटेनेंस का जिम्मा राज्य सरकार पर और 70% GST की छूट जैसी शर्तें थीं, जिससे प्रदेश को राजस्व भी नहीं मिलता इसलिए हिमाचल सरकार ने खुद इस प्रोजेक्ट को बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की अनेक योजनाएं हैं जिनमें पूर्व सरकार ने प्रदेश हित को दरकिनार कर दिया।