नाहन : हिमाचल प्रदेश के नाहन से ताल्लुक रखने वाले 18 वर्षीय उभरते हुए रैपर और म्यूजिक प्रोड्यूसर व्योम रमौल, जिन्हें मंच पर BONTT के नाम से जाना जाता है, ने चंडीगढ़ के प्रतिष्ठित वेन्यू ‘सोशल’ (सेक्टर 7) में अपनी ऊर्जावान परफॉर्मेंस से समां बांध दिया। व्योम ने दिल्ली के मशहूर हिप-हॉप आर्टिस्ट्स करुण (Karun) और नानकु (Nanku) के ‘दो भाई इंडिया टूर’ के चंडीगढ़ शो में बतौर ओपनिंग एक्ट परफॉर्म किया।
बचपन का शौक और पढ़ाई के साथ तालमेल
व्योम को बचपन से ही रैप और संगीत का गहरा शौक रहा है। छोटी उम्र से ही शब्दों को लय में पिरोने वाले व्योम आज न केवल एक कलाकार हैं, बल्कि अपनी शिक्षा के प्रति भी उतने ही गंभीर हैं। वह वर्तमान में बी.फार्मेसी (B. Pharmacy) की पढ़ाई कर रहे हैं और पढ़ाई के साथ-साथ अपने संगीत के जुनून को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।

पहाड़ी लोक संगीत और मॉडर्न रैप का अनूठा संगम
इस शो की सबसे बड़ी विशेषता व्योम का गाना ‘काला बाशा कौवा’ (Kala Basha Kauwa) रहा। डॉ. के.एल. सहगल की रचनाओं से प्रेरित यह गीत पहाड़ी लोक संगीत और आधुनिक रैप का एक बेहतरीन मिश्रण है। गाने के बैकग्राउंड म्यूजिक में असली पहाड़ी रिदम का इस्तेमाल किया गया है, जिसने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
नॉन-पहाड़ी युवाओं ने लगाए नाटी के झटके
हैरानी और खुशी की बात यह रही कि शो में मौजूद ऐसे युवा जो हिमाचल की संस्कृति से वाकिफ नहीं थे, वे भी ‘काला बाशा कौवा तेरे आग्णे’ जैसे बोलों पर थिरकते नजर आए। भीड़ ने न केवल गाने का लुत्फ उठाया बल्कि पारंपरिक ‘नाटी’ के स्टेप्स भी किए। व्योम ने मंच पर अपने अन्य मूल गीत जैसे ‘सुप्रा’ (Supra) और ‘भगा दी गाड़ी’ भी पेश किए।
सफलता के पीछे का मार्गदर्शन
व्योम ने अपनी इस शानदार सफलता और बड़ी उपलब्धि का श्रेय अपने मेंटर और मैनेजर राजीव नेगी (मंडी, करसोग) के मार्गदर्शन के साथ-साथ अपने परिवार को दिया। उन्होंने विशेष रूप से अपने पिता रामकुमार, माता अंजलि, दादा दयानंद और दादी सोमा देवी का आभार व्यक्त किया, जिनके अटूट समर्थन और आशीर्वाद ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है।
इंकलाब ब्लॉक पार्टी और प्रॉडिजी360 द्वारा प्रबंधित इस टूर में व्योम की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि क्षेत्रीय जड़ों से जुड़ा संगीत और परिवार का साथ किसी भी कलाकार को बुलंदियों पर ले जा सकता है।