नाहन : त्योहारों का मौसम आते ही जहां बाजारों में रौनक और चहल-पहल बढ़ जाती है, वहीं नाहन शहर के प्रमुख बाजार में हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। इन दिनों यहां दोपहिया वाहनों की लगातार आवाजाही लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है।
त्योहारों की खरीदारी के लिए निकले लोग जहां परिवार सहित बाजार में घूम रहे होते हैं, वहीं बीच-बीच में बाइक सवार मानो हाईवे पर दौड़ लगा रहे हों, इतनी तेज़ रफ्तार से गुजरते हैं कि किसी भी पल हादसा हो सकता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या रोजमर्रा की बन चुकी है, लेकिन त्योहारों में भीड़ बढ़ने से स्थिति और भयावह हो जाती है। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे अक्सर ऐसे लापरवाह चालकों से बचने के लिए किनारे हटते दिखाई देते हैं। कई बार तो सामान हाथ से छूट जाता है या बच्चे गिर जाते हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती नदारद दिखती है।
दुकानदारों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कई चालक दिल्ली गेट या महलात घाटी से बाजार में सीधे कच्चा टैंक तक पहुंच जाते हैं, और ये ज्यादातर मौज-मस्ती या शॉर्टकट के लिए ऐसा करते हैं। “अगर यही हाल रहा, तो किसी दिन बाजार में बड़ी दुर्घटना होना तय है,” ।
स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि त्योहारों के सीजन में बाजार क्षेत्र को पूरी तरह वाहन मुक्त जोन घोषित किया जाए, ताकि पैदल चलने वालों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
इस मामले में जिला सिरमौर के एसपी निश्चित सिंह नेगी ने कहा कि, “लोगों को बाजार में दोपहिया वाहन लेकर नहीं आना चाहिए। त्योहारों के दौरान सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं ताकि पैदल चलने वाले सुरक्षित रहें। पुलिस लगातार निगरानी कर रही है और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।”
शहरवासियों का कहना है कि त्योहार खुशियों का प्रतीक हैं, लेकिन ऐसे लापरवाह वाहन चालक इन खुशियों में असुरक्षा और अफरातफरी का माहौल पैदा कर रहे हैं। अब प्रशासन से उम्मीद है कि इस बार सिर्फ आदेश नहीं, ठोस कार्रवाई भी देखने को मिलेगी।