नाहन : सेवानिवृत्त सैनिकों और उनके आश्रितों को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से नालसा (NALSA) वीर सहायता योजना के अंतर्गत आज हिमाचल प्रदेश में लीगल सर्विसेज क्लीनिक का विधिवत शुभारंभ किया गया। इस क्लिनिक का उद्घाटन हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश गुरमीत सिंह संधवालिया ने वर्चुअल माध्यम से किया।
इस वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण जिला सिरमौर के सैनिक कल्याण बोर्ड उपनिदेशक कार्यालय नाहन में देखा गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक), CJM, JMFC, ADJM, सहित डीसी, एसपी, कमांडेंट होमगार्ड, वॉइस एयर मार्शल, फर्स्ट पैरा मेजर गांधी और अनेक सेवानिवृत्त सैनिक भी मौजूद रहे।

उपनिदेशक सैनिक कल्याण बोर्ड जिला सिरमौर मेजर दीपक धवन ने इसे सेना के जवानों के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने कहा कि सेवा के दौरान या सेवानिवृत्ति के बाद कई सैनिकों को जमीन, पेंशन या पारिवारिक विवाद जैसे मामलों में कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यह लीगल क्लिनिक उनकी सहायता के लिए एक सशक्त मंच बनेगा।
मेजर धवन ने बताया कि इस क्लिनिक में एक अधिवक्ता और एक पैरा लीगल वॉलिंटियर की नियुक्ति की गई है, जो जिला के विभिन्न हिस्सों में जाकर पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को विधिक सलाह और सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल न्याय तक पहुंच को आसान बनाएगी, बल्कि सैनिकों को उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक करेगी।
गौरतलब है कि NALSA की वीर परिवार सहायता योजना के अंतर्गत देशभर में ऐसे क्लीनिक खोले जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य सुरक्षा बलों से जुड़े लोगों को सरल, त्वरित और सुलभ न्याय उपलब्ध करवाना है ।