नाहन : ओडिशा के बालेश्वर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की सक्रिय कार्यकर्ता सौम्याश्री बिशी द्वारा आत्मदाह किए जाने की हृदयविदारक घटना से पूरा छात्र समुदाय स्तब्ध है। इस घटना को लेकर हिमाचल प्रदेश में भी छात्रों और अभाविप कार्यकर्ताओं में भारी रोष है।
राष्ट्रीय कला मंच हिमाचल प्रदेश की संयोजक शीतल सूर्यवंशी ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि सौम्याश्री के साथ उनके विभागाध्यक्ष द्वारा की गई अमानवीय प्रताड़ना केवल एक छात्रा की पीड़ा नहीं, बल्कि यह देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के अधिकारों पर हो रहे हमलों की चेतावनी है। उन्होंने अन्य छात्र संगठनों की भी आलोचना की जो संकट के समय सौम्याश्री के चरित्र पर सवाल उठाते हुए उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ बताने लगे। शीतल ने कहा कि यह वही संगठन हैं जो केवल राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों का इस्तेमाल करते हैं।

पांवटा साहिब इकाई मंत्री शिवानी ठाकुर ने कहा कि अभाविप स्पष्ट रूप से यह कहना चाहती है कि वह सौम्याश्री को न्याय दिलाने और सम्पूर्ण छात्र समुदाय के स्वाभिमान व अधिकारों की रक्षा के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। जब तक दोषी कानूनी कार्यवाही के तहत सज़ा नहीं पाते, यह संघर्ष जारी रहेगा।
इसी संदर्भ में, अभाविप सिरमौर द्वारा आज नाहन में एक शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, इस लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन में कुछ शिक्षकों द्वारा अनुचित हस्तक्षेप किया गया, जिसे लेकर अभाविप ने गहरी नाराज़गी जताई। शिवानी ठाकुर ने कहा कि यह घटनाक्रम छात्रों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर संस्थागत अंकुश लगाने की कोशिश को दर्शाता है, जो अत्यंत चिंताजनक है।