शिमला: प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मीरा नायर के बेटे जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के सबसे कम उम्र के और पहले मुस्लिम मेयर बनकर इतिहास रच दिया है। वह इस प्रतिष्ठित पद को संभालने वाले दक्षिण एशियाई मूल के भी पहले व्यक्ति बन गए हैं। जोहरान, जो एक डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट हैं, डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रगतिशील धड़े से जुड़े हैं और सामाजिक न्याय के प्रबल समर्थक माने जाते हैं।
वहीं, इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ ही उनकी मां मीरा नायर का शिमला से जुड़ाव भी चर्चा में आ गया है। शिमला के इतिहास पर काम करने वाले लेखक विनोद भारद्वाज ने बताया कि मीरा नायर का हिमाचल की राजधानी से गहरा संबंध रहा है। 15 अक्टूबर 1957 को राउरकेला में जन्मीं मीरा नायर के पिता अमृत नायर एक सिविल सर्वेंट थे। पिता के तबादलों के कारण उनका बचपन कई शहरों में बीता और 11 साल की उम्र में वे दिल्ली आ गईं।

विनोद भारद्वाज के अनुसार 13 वर्ष की छोटी सी उम्र में मीरा नायर ने घर छोड़ दिया और शिमला के प्रतिष्ठित आयरिश-कैथोलिक मिशनरी स्कूल, लोरेटो कॉन्वेंट तारा हॉल में दाखिला ले लिया। शिमला के इसी स्कूल में उनके भीतर अंग्रेज़ी साहित्य के प्रति गहरा लगाव पैदा हुआ।
शिमला से पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से समाजशास्त्र में स्नातक किया। उन्हें कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से भी स्कॉलरशिप मिली थी, लेकिन उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ना चुना।