नाहन : पच्छाद ब्लॉक में RIDD के अंतर्गत चलाए जा रहे DAY-NRLM मिशन के तहत “लक्ष्य संकुल स्तरीय संगठन” की महिलाओं ने आत्मनिर्भर बनने और आजीविका बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस वर्ष होली के अवसर पर महिलाओं ने प्राकृतिक रंगों का उत्पादन किया है, जो पर्यावरण के अनुकूल और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं।
NRLM के अंतर्गत कार्यरत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने पारंपरिक विधियों और प्राकृतिक अवयवों का उपयोग करके ये रंग तैयार किए हैं। यह रंग पूरी तरह से हर्बल हैं और इनका उपयोग करने से त्वचा पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता।

इन महिलाओं द्वारा बनाए गए होली के प्राकृतिक रंग अब ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं। यह रंग हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रोत्साहित “हिम ईरा” की आधिकारिक वेबसाइट Himira.co.in पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा, NRLM के अंतर्गत तैयार अन्य स्थानीय उत्पाद भी इस वेबसाइट पर बेचे जा रहे हैं।
पच्छाद में कार्यरत मिशन एग्जीक्यूटिव (नॉन-फार्म) मेघा गोयल ने बताया कि पहले यह महिलाएं बेरोजगार थीं, लेकिन DAY-NRLM से जुड़ने के बाद उन्हें अपनी आजीविका बढ़ाने और अपने हुनर को प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर मिला है। इन समूहों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में यह एक सफल कदम साबित हो रहा है।
प्राकृतिक रंगों के उपयोग से न केवल लोगों को सुरक्षित उत्पाद मिल रहे हैं, बल्कि इससे पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया जा रहा है। बाजार में मौजूद केमिकल युक्त रंगों की तुलना में यह रंग अधिक सुरक्षित और टिकाऊ हैं।