पेरिस पैरालंपिक में ऊना के लाल का कमाल, ऊंची कूद में रजत पदक जीत कर रचा इतिहास

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By पंकज जयसवाल

ऊना : पेरिस में आयोजित पैरालंपिक खेलों में ऊना जिले के अंब क्षेत्र के निषाद कुमार ने एक बार फिर देश का मान बढ़ाया है। ऊंची कूद (टी-47) स्पर्धा में रजत पदक जीतकर उन्होंने इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा लिया है। बता दें, साल 2021 में टोक्यो पैरालंपिक में भी इसी स्पर्धा में निषाद कुमार ने रजत पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया था। लगातार दो पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने की उनकी असाधारण उपलब्धि पर प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में खुशी की लहर है।

25 वर्षीय निषाद कुमार ऊना जिले की अंब तहसील के ग्राम पंचायत अंदौरा के बदाऊं गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने अदम्य साहस और अथक परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया है। उनकी इस अभूतपूर्व सफलता पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि यह प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है। निषाद ने अपनी अद्भुत प्रतिभा और खेल के प्रति समर्पण से यह सिद्ध कर दिया है कि कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी यह उपलब्धि प्रदेश के युवाओं को प्रेरणा देने वाली है। राज्य सरकार खिलाड़ियों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर सकें।

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी निषाद कुमार की इस उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि निषाद कुमार ने पेरिस पैरालंपिक में ऊंची कूद स्पर्धा में रजत पदक जीतकर पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उनकी यह सफलता हमें सिखाती है कि कोई भी बाधा हमारे सपनों के सामने टिक नहीं सकती। उन्होंने निषाद को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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जिला ऊना के उपायुक्त जतिन लाल सहित पूरे प्रशासनिक अमले ने निषाद कुमार की इस अद्वितीय उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि उनकी जीत से हर ऊनावासी गर्व महसूस कर रहा है। निषाद कुमार की यह उपलब्धि प्रदेश के युवाओं के लिए एक मार्गदर्शक बनेगी, जो उन्हें कठिन परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।