मंडी : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की बल्ह घाटी आज सुबह रक्त रंजित हो उठी। एक आदमखोर तेंदुए ने तीन अलग-अलग गांवों में हमला कर भारी दहशत फैला दी। इस खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति की जान चली गई, जबकि पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बचाव और सुरक्षा के लिए जुटे आक्रोशित ग्रामीणों ने अंततः तेंदुए को घेरकर मार गिराया।
घटना बुधवार सुबह की है जब तेंदुए ने सबसे पहले चंडयाल गांव में हमला किया। इसके बाद उसने भडयाल गांव में कई लोगों को अपना निशाना बनाया। हमले की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पलक झपकते ही चार लोग लहूलुहान हो गए। तेंदुए का आतंक यहीं नहीं थमा, वह मलवाणा गांव पहुँचा जहाँ उसने एक युवक पर प्राणघातक हमला किया।

इस हमले में 40 वर्षीय बलवीर सिंह (पुत्र थुंगु राम, निवासी भ्यूली, मंडी) की दर्दनाक मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बलवीर सिंह अपने रिश्तेदारों से मिलने यहाँ आए हुए थे।सभी घायलों को तुरंत श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज, नेरचौक ले जाया गया, जहाँ उनका उपचार जारी है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब तेंदुआ चंपा देवी की गर्दन पर झपटा, तो पास मौजूद 68 वर्षीय बुजुर्ग डागू राम ने अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंने डंडे से तेंदुए पर वार कर उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस बीच, तेंदुए के बार-बार हमलों से आक्रोशित ग्रामीण लाठी-डंडे और हथियार लेकर घरों से बाहर निकल आए। जब तेंदुए ने दोबारा हमला करने की कोशिश की, तो भीड़ ने आत्मरक्षा में उसे मौके पर ही मार गिराया।
सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीमें मौके पर पहुँचीं। एसडीएम बल्ह, स्मृतिका नेगी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मृतक के परिवार को फौरी राहत राशि प्रदान की जा रही है और घायलों के इलाज का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वन विभाग ने तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ताकि उसकी आक्रामकता के कारणों का पता लगाया जा सके।