सोलन: जिला के सुबाथू के का जितेंद्र सिंह जहरीले से जहरीले सांपों को बड़ी आसानी से पकड़ लेता है, जहां सांप का नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, वहीं जितेंद्र क्षेत्र में सांप निकलते ही लोगों की सहायता के लिए हर समय तैयार रहते हैं। बरसात के दिनों में वह लोगों के घरों में निकलने वाले सांपों को पकड़ कर जंगल में छोडक़र लोगों को भय मुक्त कर रहे हैं। जितेंद्र का साहस और जीवों के प्रति संवेदना आज उसे क्षेत्र में एक नायक के रूप में अपनी पहचान बनाई है।

एक ओर साँप का नाम सुनते ही लोगों के पसीने छूट जाते है, वहीं दूसरी ओर जितेंद्र सिंह नाम का यह युवक इन ज़हरीले जीवों से बिल्कुल नहीं डरता। बल्कि वह उन्हें बड़े ही प्यार से पकड़ता है और रिहायशी इलाकों से दूर सुरक्षित स्थान पर छोड़ देता है।
30 वर्षीय जितेंद्र सिंह बचपन से ही सांपों से बेखौप रहता है। जितेंद्र सिंह मूलत: बिहार से है, लेकिन पिछले करीब एक दशक से हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के सुबाथू के समीप रडियाना गांव में रहते है पेशे से जितेंद्र सिंह भवन निर्माण का काम करते है। गांव में अब तक सैकड़ों ज़हरीले सांपों को पकड़ा है। जितेंद्र का कहना है, “साँप ज़रूरी नहीं कि हमेशा इंसानों को नुक़सान पहुंचाते है।
अगर हम उन्हें छेड़ें नहीं, तो वो भी हमें कुछ नहीं कहते। सांप तभी नुकसान पहुंचाता है। हालांकि जितेंद्र ने सांप पकडऩे की कोई औपचारिक ट्रेनिंग नहीं ली है, लेकिन वर्षों के अनुभव ने उसे माहिर बना दिया है। वह लोगों को सांपों से जुड़ी भ्रांतियाँ भी दूर करते है और मुसीबत में लोगों का मददगार बनते हैं। सांप की सूचना मिलते ही वह उनको पकडऩे के लिए एक कॉल पर पहुंच जाते हैं।