शिमला में ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के लिए खेल महोत्सव शुरू

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By Hills Post

शिमला: बाल दिवस के अवसर पर शुक्रवार को शिमला के रिज मैदान पर ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट स्पोर्टस एंड कल्चरल मीट-2025’ का भव्य शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस तीन दिवसीय खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव का आगाज किया, जिसमें प्रदेश के 29 बाल-बालिका सुखाश्रय आश्रमों के लगभग 600 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की ‘समान अवसर’ की भावना को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने 6000 अनाथ और बेसहारा बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाने के लिए बाकायदा कानून बनाया है।

27 साल की उम्र तक सरकार उठाएगी जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना’ का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक अभिभावक के तौर पर इन बच्चों का 27 वर्ष की आयु तक सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इन बच्चों को आगे बढ़ने का हर मौका देगी और उनका दाखिला प्रदेश के प्रमुख स्कूलों में करवाएगी, जिसका पूरा खर्च भी सरकार ही वहन करेगी।

‘खेल जीवन की सच्ची पाठशाला’

बच्चों को प्रेरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल केवल मनोरंजन नहीं हैं, बल्कि ये जीवन की सच्ची पाठशाला हैं। यहां जीत हमें विनम्रता सिखाती है और हार दोबारा उठने का साहस देती है। उन्होंने ‘बेटी पढ़ाओ’ को अपना “व्यक्तिगत मिशन” बताते हुए कहा कि हर बेटी को पूर्ण सुरक्षा और उत्तम शिक्षा दी जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बच्चों को लैपटॉप बैग भी भेंट किए।

डॉग शो और रस्साकस्सी रहे आकर्षण का केंद्र

16 नवंबर तक चलने वाले इस महोत्सव का आयोजन पुलिस विभाग और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा किया जा रहा है। पहले दिन पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तुत डॉग शो, नुक्कड़-नाटक और रस्साकस्सी प्रतियोगिता आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी, विधायक हरीश जनारथा, महापौर सुरेंद्र चौहान और मुख्य सचिव संजय गुप्ता सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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