नाहन : नाहन : तहसील शिलाई के तहत खाड़ी पंचायत में बीती रात एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। गांव खाड़ी (पंचायत शाखोली, पोस्ट ऑफिस खड़काह) में वीरवार रात गौशाला में अचानक लगी आग ने पलभर में भीषण रूप ले लिया। इस आग्निकांड में करीब 60 बकरियां मौके पर ही जलकर राख हो गईं, इनमें 20–30 बकरियों के पेट में बच्चे थे, जो घटना को और भी हृदय विदारक बना देता है। वहीं दो गायें गंभीर रूप से झुलस गई हैं, जिनका उपचार पशु चिकित्सक कर रहे हैं।
यह गौशाला स्थानीय निवासी लायक राम पुत्र सामी राम की बताई जा रही है। परिवार वर्षों से पशुपालन कर अपनी आजीविका चला रहा था। अचानक लगी आग में उनकी पूरी कमाई का मुख्य साधन जलकर नष्ट हो गया। पीड़ित लायक राम ने बताया कि बकरियां ही उनके परिवार की रोज़मर्रा की जरूरतों को पूरा करने का एकमात्र साधन थीं। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी क्षति के बाद परिवार पूरी तरह संकट में है और दोबारा खड़ा होना बेहद मुश्किल दिखाई दे रहा है।

आग लगने की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन तक पहुँचते ही राजस्व विभाग, पशु विभाग और पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। पटवारी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मौके की रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे उच्च प्रशासन को भेजा जा रहा है, ताकि आगे की सहायता प्रक्रिया शुरू की जा सके। पटवारी अनीता ने हिल्स पोस्ट मीडिया को बताया कि प्रशासन की ओर से ₹10,000 की फौरी राहत पीड़ित परिवार को प्रदान कर दी गई है, ताकि संकट की घड़ी में उन्हें तत्काल सहायता मिल सके।
आग की लपटों में झुलसी दो गायों का उपचार पशु चिकित्सालय की टीम द्वारा किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि गायों की स्थिति गंभीर है, लेकिन उनका इलाज पूरी गंभीरता से चल रहा है।
लायक राम और उनके परिवार ने सरकार व प्रशासन से गुहार लगाई है कि इतनी बड़ी आर्थिक क्षति की भरपाई के लिए उन्हें उचित आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। पड़ोसियों और ग्रामीणों का कहना है कि यह परिवार बेहद गरीब है और पशुपालन ही उनकी रोज़ी-रोटी का साधन था। ऐसे में प्रशासनिक सहायता और पुनर्वास बेहद आवश्यक है।