सोलन: शूलिनी यूनिवर्सिटी के लॉ स्टूडेंट्स ने बुधवार को सोलन जिला न्यायालय परिसर में आयोजित एक लोक अदालत में न्याय प्रक्रिया को करीब से देखा और समझा। इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य भावी वकीलों को भारत की वैकल्पिक विवाद समाधान (ADR) प्रणालियों की कार्यप्रणाली का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था।
विश्वविद्यालय के लीगल एड क्लिनिक के तहत आयोजित इस दौरे के दौरान छात्रों को जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. अरविंद मल्होत्रा सहित अन्य वरिष्ठ न्यायिक अधिकारियों से संवाद करने का अवसर मिला। न्यायाधीशों ने छात्रों को विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के तहत लोक अदालतों के कामकाज और मध्यस्थता व सुलह जैसे तरीकों के महत्व के बारे में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने चेक बाउंस के मामलों और मुआवजा नियमों से जुड़ी कानूनी प्रक्रियाओं पर भी बहुमूल्य जानकारी साझा की।

विधि विज्ञान संकाय के एसोसिएट डीन, डॉ. नंदन शर्मा ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के दौरे छात्रों को सामाजिक रूप से जिम्मेदार और संवेदनशील कानूनी पेशेवर बनाने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम के समन्वयक सहायक प्रोफेसर विनीत कुमार ने छात्रों को कक्षा के ज्ञान को वास्तविक दुनिया के अदालती कामकाज से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरे के सफल समन्वय के लिए छात्रा पल्लवी और छात्र रिजुल को विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया।