सोलन: शूलिनी यूनिवर्सिटी के चित्रकूट स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स ने “मानसून पत्र” विषय पर एक लघुकथा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानसून की सुंदरता का जश्न मनाना और छात्रों की रचनात्मकता को एक मंच प्रदान करना था।
इस प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और मानसून से प्रेरित अपनी भावनाओं और कल्पनाओं को कहानियों के माध्यम से व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रोफेसर पी.के. खोसला ने विजेताओं को प्रमाण पत्र और अपनी लिखी हुई पुस्तक “ट्रिस्ट्स विद कर्मा” भेंट की।

चित्रकूट स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स की प्रमुख डॉ. पूर्णिमा बाली ने इस तरह की साहित्यिक पहलों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “ऐसी प्रतियोगिताएं छात्रों को कलात्मक रूप से खुद को व्यक्त करने और उनकी कल्पनाशीलता को बढ़ाने में मदद करती हैं।”
प्रतियोगिता में लिबरल आर्ट्स की पलक रघुवंशी को उनकी कहानी “मानसून लेटर्स” के लिए, मनोविज्ञान की दीपांजलि मिश्रा को “द लास्ट पोस्टकार्ड” के लिए, और स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की विजया लक्ष्मी को “व्हेन द रेन्स रिटर्न्ड” के लिए विजेता घोषित किया गया। निर्णायक मंडल में शामिल डॉ. हेमंत कुमार शर्मा और सुश्री जागृति शर्मा ने छात्रों की साहित्यिक प्रतिभा की सराहना की।