सोलन: शूलिनी विश्वविद्यालय में महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय गणित दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर विश्वविद्यालय ने छात्रों के भीतर गणित को केवल एक विषय के रूप में नहीं, बल्कि एक रचनात्मक, तार्किक और समस्या-समाधान कौशल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण “वैदिक गणित के माध्यम से संख्याओं के साथ खेलना” शीर्षक से आयोजित एक विशेष शैक्षिक सत्र रहा।

समारोह में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पंकज कुमार ने बतौर मुख्य वक्ता शिरकत की। अपने व्याख्यान में डॉ. कुमार ने वैदिक गणित के 16 सूत्रों की विस्तृत व्याख्या की और बताया कि किस प्रकार इन प्राचीन सूत्रों का उपयोग करके जटिल से जटिल गणनाओं को सरल, त्वरित और प्रभावी तरीके से हल किया जा सकता है। उन्होंने मानसिक गणित (Mental Math) और वास्तविक जीवन की समस्याओं को सुलझाने में वैदिक गणित की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। यह सत्र छात्रों और संकाय सदस्यों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और संवादात्मक रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन एप्टीट्यूड ट्रेनर आकाश पठानिया ने किया, जबकि छात्र कल्याण विभाग के एसोसिएट डीन प्रोफेसर नीरज गंडोत्रा ने मुख्य वक्ता का औपचारिक परिचय दिया।
शैक्षणिक सत्र से पूर्व विश्वविद्यालय में “गणित उदय” नामक एक रोमांचक गणित प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के 60 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी बौद्धिक क्षमता का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में बी.टेक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वितीय वर्ष के छात्र कुशाग्रा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं, एकलव्य ने द्वितीय और बी.टेक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वितीय वर्ष के ही छात्र उत्कर्ष ने तृतीय स्थान हासिल किया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले इन छात्रों को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इस आयोजन को सफल बनाने में सहायक प्रोफेसर आकाश पठानिया, आनंदिता गर्ग, डॉ. साहिल कश्यप और कमल गौतम ने समन्वयक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सहायक प्रोफेसर डॉ. गीतेश सूरी ने प्रमाण पत्र और तकनीकी सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम के समापन पर सहायक प्रोफेसर डॉ. साहिल कश्यप और डॉ. रविंदर कुमार ठाकुर ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।