सोलन: शूलिनी विश्वविद्यालय में विश्व हृदय दिवस के अवसर पर छात्रों को हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं द्वारा प्रबंधित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना था कि आज की जीवनशैली में युवा दिलों को भी देखभाल की सख्त जरूरत है।
इस मौके पर जागरूकता को मनोरंजक बनाने के लिए प्रश्नोत्तरी, बिंगो और संगीत जैसी मजेदार गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मकसद था कि छात्र छोटी-छोटी स्वस्थ आदतों को अपनाकर अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।

विश्वविद्यालय में स्थिरता एवं सामुदायिक परियोजनाओं की निदेशक, पूनम नंदा ने इस अवसर पर कहा कि हृदय रोग अब केवल बुजुर्गों की बीमारी नहीं रह गई है। युवाओं में दिल के दौरे के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम जागरूकता को सक्रियता में बदलकर अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचें और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रेरित करें।