शिमला : हिमाचल प्रदेश पुलिस ने सड़क सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। इसके तहत आम नागरिकों को ट्रैफिक वॉलंटियर बनने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य है कि लोग स्वयं आगे आकर पुलिस का सहयोग करें और हिमाचल की सुंदर सड़कों पर ट्रैफिक व्यवस्था को और बेहतर बनाने में योगदान दें।
ट्रैफिक वॉलंटियर के रूप में चयनित नागरिक व्यस्त समय, मेलों और त्योहारों के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन में पुलिस का साथ देंगे। इसके साथ ही वे स्कूल के बच्चों व आम लोगों को सड़क हादसों से बचाने में मदद करेंगे और ट्रैफिक जागरूकता अभियानों में भी सक्रिय रूप से भाग लेंगे।

इस योजना में जुड़ने के लिए कुछ पात्रता शर्तें तय की गई हैं। इसके अनुसार अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 16 वर्ष होनी चाहिए। साथ ही, वह शारीरिक रूप से सक्षम व स्वस्थ मानसिक स्थिति का होना आवश्यक है। थाना क्षेत्र का निवासी होने के साथ ही अभ्यर्थी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
वॉलंटियर को अधिकतम 4 घंटे प्रतिदिन सेवा देनी होगी, जिसमें 2 घंटे सुबह और 2 घंटे शाम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त विशेष अवसरों जैसे मेलों और त्योहारों के दौरान भी उन्हें सेवाएं देनी होंगी।
ट्रैफिक वॉलंटियर योजना में कार्यरत लोगों को उपलब्ध विशेष अनुदान के आधार पर मानदेय (Honorarium) भी दिया जाएगा। इसके तहत अधिकतम ₹40 प्रति घंटा और प्रतिमाह अधिकतम ₹4000 तक का मानदेय तय किया गया है।
हिमाचल पुलिस का कहना है कि नागरिकों का थोड़ा-सा समय सैकड़ों लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है। इच्छुक लोग अधिक जानकारी और नामांकन के लिए 0177-2623062 पर संपर्क कर सकते हैं।