सिरमौर के लोक कलाकार प्रेमचंद बाउनली ‘कला साधक पुरस्कार’ से सम्मानित

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By पंकज जयसवाल

नाहन : हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के सुप्रसिद्ध लोक कलाकार प्रेमचंद बाउनली को उनकी अद्वितीय लोक कला सेवाओं के लिए “कला साधक पुरस्कार” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें नेशनल क्राफ्ट मेला, कला ग्राम चंडीगढ़ में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल तथा उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (NZCC) पटियाला के अध्यक्ष गुलाब चंद कटारिया द्वारा प्रेमचंद बाउनली को प्रशस्ति पत्र, शॉल और ₹2.5 लाख (ढाई लाख) का सम्मान राशि चेक प्रदान किया गया। यह सम्मान लोक कला को सुदृढ़ और संरक्षित करने में उनके असाधारण योगदान की आधिकारिक मान्यता दर्शाता है।

66 वर्षीय कलाकार प्रेमचंद बाउनली वर्ष 1979 से आकाशवाणी शिमला केंद्र से जुड़े हुए हैं, जहाँ से वे सिरमौरी नाटियों के स्वर देश और विदेश के लाखों श्रोताओं तक पहुँचा चुके हैं। उन्होंने ना केवल सिरमौर की सांस्कृतिक धरोहर को मंच प्रदान किया, बल्कि इसे एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रेमचंद बाउनली ने उत्तरी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला, इलाहाबाद, तथा ICCR (Indian Council for Cultural Relations) दिल्ली सहित कई प्रतिष्ठित आयोजनों में अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर लोक संगीत की विरासत को विस्तार दिया है।

यह सम्मान सिरमौर और हिमाचल दोनों के लिए गौरव का विषय है, क्योंकि वह जिला सिरमौर के एकमात्र लोक कलाकार हैं जिन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुआ। स्थानीय कलाकारों व संस्कृति प्रेमियों ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रेमचंद बाउनली की समर्पण भावना युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है।

पुरस्कार प्राप्त करने के बाद उन्होंने भावुक होकर कहा: “लोक कला मेरे जीवन की साधना है। यह सम्मान सिरमौर के प्रत्येक कला प्रेमी का सम्मान है।”

प्रेमचंद बाउनली का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का प्रतीक है, बल्कि यह हिमाचल की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की पहचान को भी मजबूत करता है।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।