सिरमौर के साहित्यकार डॉ. दीनदयाल वर्मा की कहानी ‘दादी’ बनेगी गेयटी थियेटर की पहचान

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By पंकज जयसवाल

नाहन : ऐतिहासिक गेयटी थियेटर शिमला में आगामी 3 से 5 अक्टूबर तक बाल रंगमंच महोत्सव एवं अंतर विद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव में प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों द्वारा हिमाचल प्रदेश के साहित्यकारों की चुनिंदा कहानियों पर आधारित नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे।

इसी क्रम में सिरमौर के प्रख्यात साहित्यकार डॉ. दीनदयाल वर्मा की चर्चित कहानी “दादी” पर आधारित नाटक का मंचन मोनाल पब्लिक स्कूल द्वारा किया जाएगा। यह प्रस्तुति 4 अक्टूबर को प्रातः 10:30 बजे होगी।

सिरमौर के साहित्यकार

कहानी “दादी” आधुनिक समाज की उन परिस्थितियों को उजागर करती है, जिनमें वृद्ध महिलाएं उपेक्षा और एकाकीपन का शिकार हो जाती हैं। परिवार में मान-सम्मान और प्रेम से वंचित रह जाने की पीड़ा को लेखक ने बड़े ही मार्मिक ढंग से चित्रित किया है। यह कहानी पाठकों और दर्शकों दोनों के हृदय को गहराई से स्पर्श करती है।

डॉ. वर्मा बहुमुखी प्रतिभा के धनी साहित्यकार हैं। वे कहानी, कविता, नाटक, संस्मरण और व्यंग्य लेखन में सक्रिय हैं। अब तक उनकी 14 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। समाज और विद्यालयों को उन्होंने 20,000 से अधिक पुस्तकें निःशुल्क प्रदान की हैं। उनके तीन नाटक गुरु दक्षिणा, प्रेम पुष्प और तपस्या प्रकाशित एवं आकाशवाणी से प्रसारित हो चुके हैं, जिनका देश के विभिन्न शहरों में मंचन भी किया गया है।

डॉ. वर्मा की लेखनी लगातार समाज में नई चेतना और जागरूकता लाने का प्रयास कर रही है। “दादी” पर आधारित नाटक का मंचन निश्चित ही बच्चों और दर्शकों को परिवार और बुजुर्गों के प्रति कर्तव्यों की नई प्रेरणा देगा।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।