नाहन : हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। रेणुका जी थाना पुलिस ने घेराबंदी कर एक ऐसे गिरोह को दबोचा है, जो लग्जरी गाड़ियों में हूटर और पुलिस के बोर्ड लगाकर रौब झाड़ रहा था। गिरोह का मुख्य सरगना खुद को कभी विजिलेंस तो कभी सीआईडी (CID) का बड़ा अधिकारी बताकर नीली बत्ती और वर्दी का दुरुपयोग कर रहा था।
नाके से हूटर बजाते हुए भागीं गाड़ियाँ
घटना सोमवार शाम करीब 6:10 बजे की है। थाना प्रभारी (SHO) प्रियंका चौहान अपनी टीम के साथ संगडाह चौक पर यातायात चेकिंग कर रही थीं। इसी दौरान माता रेणुका जी मंदिर की तरफ से दो गाड़ियाँ—एक बोलेरो (HP28A-8771) और एक इनोवा (HP07E-0791) हूटर बजाती हुई आईं। दोनों गाड़ियों पर पुलिस के बोर्ड लगे थे। जब पुलिस ने उन्हें चेकिंग के लिए रुकने का इशारा किया, तो वे बिना रुके संगडाह की ओर भाग निकलीं।

हरिपुरधार में हुई घेराबंदी
शक होने पर एसएचओ प्रियंका चौहान ने तुरंत वायरलेस पर सूचना दी और पुलिस चौकी हरिपुरधार को अलर्ट किया। हरिपुरधार पुलिस ने नाका लगाकर दोनों गाड़ियों को डिटेन कर लिया।
वर्दी में ‘Y.S. Gujjar’, असली नाम निकला ‘उदय शर्मा’
इनोवा की पिछली सीट पर एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहने बैठा था। उसकी वर्दी पर HPP (हिमाचल प्रदेश पुलिस) के बैज, कंधे पर 3 स्टार और नाम की पट्टी पर ‘Y.S. GUJJAR’ लिखा था। पूछताछ में उसने अपनी पहचान उदय शर्मा (26) निवासी नयागांव, मोहाली (पंजाब) के रूप में दी।
जब पुलिस ने उससे आई-कार्ड मांगा, तो वह कभी खुद को विजिलेंस तो कभी सीआईडी का अफसर बताने लगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। उसके साथ एक महिला और दो लड़कियां भी थीं, जिन्हें उदय ने अपना लीव-इन पार्टनर बताया।
किराये के ‘बाउंसर्स’ और अवैध हथियार
पुलिस को बोलेरो गाड़ी में चालक सहित चार अन्य लोग मिले, जिन्होंने खुद को उदय शर्मा द्वारा किराये पर बुलाए गए प्राइवेट सुरक्षाकर्मी (बाउंसर्स) बताया।
इनोवा में बैठे अजय (निवासी करनाल, हरियाणा) के पास से एक रिवॉल्वर और एक .315 बोर की राइफल बरामद हुई। लाइसेंस होने के बावजूद, वह हिमाचल में इन्हें कैरी करने के लिए अधिकृत नहीं था, जो आर्म्स एक्ट का सीधा उल्लंघन है।
पुलिस ने मुख्य आरोपी उदय शर्मा और उसके साथियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है:
एसपी सिरमौर निश्चित सिंह नेगी ने मामले की पुस्टि करते हुए बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि यह गिरोह इलाके में किस मकसद से आया था और क्या इन्होंने किसी को शिकार बनाया है।