नाहन : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, सैनवाला की होनहार छात्रा ईशा देवी ने अपनी प्रतिभा का डंका बजाते हुए राज्य स्तरीय नेशनल मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशिप (NMMS) परीक्षा (सत्र 2024-25) में शानदार सफलता हासिल की है। यह परीक्षा एससीईआरटी, सोलन द्वारा आयोजित की गई थी। ईशा, जो महिंदर और शिमला देवी की बेटी हैं, अपनी मेहनत से न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे स्कूल के लिए गर्व का कारण बन गई हैं।
स्कूल के प्रिंसिपल आयूब खान ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि ईशा को अब सरकार की ओर से हर साल ₹12,000 की छात्रवृत्ति मिलेगी, जो उसकी आगे की पढ़ाई में सहयोग करेगी। इस खबर से स्कूल में उत्साह की लहर दौड़ गई है।

ईशा के स्कूल पहुंचते ही प्रिंसिपल आयूब खान और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शशि पाल ने उसे सम्मानित किया। इस मौके पर प्रिंसिपल ने कहा कि ईशा की कामयाबी बाकी बच्चों के लिए एक मिसाल बनेगी और आने वाले दिनों में स्कूल के और छात्र इस मुकाम को हासिल करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सन् 2008 में एनएमएमएस स्कॉलरशिप की शुरुआत केंद्र स्तर पर की थी। इसका मकसद आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता देना है। इस योजना के तहत सालाना ₹12,000 की राशि दी जाती है, ताकि गरीब बच्चे कक्षा 9 से 12 तक की माध्यमिक शिक्षा पूरी कर सकें।
इस स्कॉलरशिप का मुख्य उद्देश्य माध्यमिक स्तर पर ड्रॉपआउट दर को कम करना, कमजोर वर्ग के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना और समाज के हर तबके तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाना है। यह योजना उन छात्रों को सपने पूरे करने की ताकत देती है, जो पैसों की कमी के चलते पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होते हैं।
ईशा की यह जीत नन्हे कंधों पर बड़े सपनों की उड़ान का प्रतीक है, जो दूसरों को भी मेहनत और लगन से आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही है। इस स्कॉलरशिप के जरिए वह अपने भविष्य को संवारने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा सकेगी।