नाहन : अंजुमन इस्लामिया नाहन के अध्यक्ष गुल मुनव्वर उर्फ बॉबी अहमद द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के बाद अब हरिपुर मस्जिद कमेटी ने कड़ा पलटवार किया है। मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष शाकिर खान ने कहा कि मीडिया में छपी खबरें पूरी तरह एकतरफा हैं और बॉबी अहमद झूठे बयानों से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
शाकिर खान ने आरोप लगाया कि उन्होंने और उनकी कमेटी ने सभी आरोपों के समर्थन में दस्तावेज़, बैंक रिकॉर्ड और प्रत्यक्ष सबूत जिला पुलिस अधीक्षक को सौंपे हैं। वहीं बॉबी अहमद ने बिना किसी प्रमाण या साक्ष्य के भावनात्मक बयानबाजी कर सच्चाई से ध्यान भटकाने का प्रयास किया है।

उन्होंने आगे कहा कि बॉबी अहमद ने अदालत के स्पष्ट आदेशों की अवहेलना करते हुए अंजुमन इस्लामिया का चुनाव अवैध रूप से लड़ा और अध्यक्ष पद पर काबिज हुए। आरोप है कि उन्होंने बिना जनरल हाउस की अनुमति के ₹7 लाख का बैंक लोन लिया, जो संस्था के नियमों का उल्लंघन है।
खान ने कहा कि जब बॉबी अहमद मस्जिद हरिपुर के प्रधान थे, तब तीन रसीद बुकों का कुल ₹4.50 लाख रुपये का हिसाब नहीं दिया गया। उस समय मस्जिद के बैंक खाते में ₹2,66,000 रुपये थे, जबकि पद छोड़ते वक्त सिर्फ ₹5,347 रुपये शेष रहे। उन्होंने पूछा कि बाकी धनराशि कहां गई — इसका कोई जवाब अब तक नहीं मिला है।
शाकिर खान ने कहा कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब जनता ने उनसे मस्जिद हरिपुर के पैसों और निर्माण कार्यों का लेखा-जोखा मांगा। इसके जवाब में बॉबी अहमद ने “राजनीतिक साज़िश” और “झूठे मुकदमों” का बहाना बनाकर सच्चाई से नज़रें चुराईं।
उन्होंने दोहराया कि मस्जिद कमेटी पहले भी बॉबी अहमद को मीडिया और प्रशासन की मौजूदगी में खुले मंच पर बहस (डिबेट) के लिए आमंत्रित कर चुकी है , “तारीख वो तय करें, मंच हम तैयार रखेंगे।” परंतु आज तक उन्होंने न तो उस आमंत्रण का जवाब दिया और न ही जनता के सामने कोई सबूत पेश किया।
अंत में शाकिर खान ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष से टकराव नहीं, बल्कि सच्चाई, पारदर्शिता और धार्मिक संस्थाओं की ईमानदार व्यवस्था को बनाए रखना है।
उन्होंने मीडिया और प्रशासन से अपील की है कि दोनों पक्षों को एक मंच पर बुलाकर सच्चाई जनता के सामने रखी जाए, ताकि हर सवाल का जवाब साफ तौर पर मिल सके।