शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी येलो अलर्ट के बीच शनिवार सुबह बिलासपुर जिला की उप-तहसील नम्होल के गांव गुतराहन में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस घटना में कई वाहन मलबे में दब गए और फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए। वहीं, ग्रामीणों के खेतों में मलबा घुसने से उनकी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं। गनीमत यह रही कि इस प्राकृतिक आपदा में किसी भी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण घुमारवीं में सीर खड्ड का जलस्तर भी इस सीजन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

प्रदेश में 19 सितंबर तक बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कई भागों में 19 सितंबर तक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। 13 और 14 सितंबर के लिए कुछ स्थानों पर भारी बारिश और आंधी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट के बीच शनिवार सुबह से ही प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है। उधर, बीती रात भारी बारिश के कारण भरमौर-पठानकोट हाईवे भी कई जगहों पर भूस्खलन के कारण बाधित हो गया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
प्रदेश में इस मानसून सीजन में आपदा ने भारी तबाही मचाई है। 20 जून से 12 सितंबर तक प्रदेश में कुल 4,465 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है, जबकि 386 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है और 41 लोग अभी भी लापता हैं। इस दौरान 1300 से अधिक मकान पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं, जबकि हजारों घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अभी भी सैकड़ों सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाएं ठप पड़ी हैं।