शिमला : मुख्यमंत्री द्वारा 15 नवंबर को शुरू की गई प्रदेशव्यापी एंटी-चिट्टा ड्राइव के तहत हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आज पूरे प्रदेश में शैक्षणिक संस्थानों के अंदर और आसपास बड़े पैमाने पर एंटी-ड्रग प्रवर्तन अभियान चलाया। इसका उद्देश्य शैक्षणिक परिसरों में नशा-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करना और युवाओं को नशीली प्रवृत्तियों से सुरक्षित रखना था।
यह अभियान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक सभी जिलों में एक साथ चलाया गया। इस दौरान छात्रावासों, आवासीय ब्लॉकों, पार्किंग स्थलों और अन्य संवेदनशील स्थानों की गहन तलाशी ली गई। तलाशी कार्य संस्थानों के प्रबंधन के सहयोग से पारदर्शिता के साथ संपन्न हुआ।
पुलिस ने छात्रों के मोबाइल फोन की जांच भी की, ताकि नशे से जुड़े किसी डिजिटल संपर्क, लेन-देन या संदिग्ध सामग्री का पता लगाया जा सके। यह कार्रवाई पूरी तरह विधिसम्मत और संस्थानों की निगरानी में की गई।

अभियान के दौरान पुलिस ने शैक्षणिक संस्थानों के आसपास स्थित 598 दुकानों, खोखों, विक्रेताओं तथा टैक्सियों की तलाशी व सत्यापन किया। अभियान में अनियमितताएँ पाए जाने पर 12 अभियोग पंजीकृत किए गए तथा 385 चालान किए गए। प्रदेश के सभी 12 जिलों के 41 शैक्षणिक संस्थानों में तलाशी ली गई, साथ ही कई नए संवेदनशील बिंदु चिह्नित किए गए।
हिमाचल पुलिस ने कहा कि नशे के विरुद्ध उसकी शून्य-सहिष्णुता नीति जारी रहेगी और शैक्षणिक परिसरों को सुरक्षित व नशामुक्त बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जाते रहेंगे।
पुलिस ने नागरिकों, अभिभावकों और संस्थानों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत नजदीकी थाना या टोल-फ्री हेल्पलाइन पर दें, ताकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से सुरक्षित रखा जा सके।