सोलन : धर्मपुर पुलिस ने भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल अभय पिसाल को गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने जाली पहचान दस्तावेज तैयार किए और बिना लाइसेंस के 12 बोर की बंदूक रखी थी। साथ ही, उनके पाकिस्तान खुफिया ऑपरेटिव से संपर्क में होने का संदेह भी जताया गया है।
जानकारी के अनुसार, दिनांक 6 जुलाई को जाधव, निवासी जिला लातुर, महाराष्ट्र, सेना अधिकारी डगशाई, ने पुलिस थाना धर्मपुर में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में कहा गया कि अभय पिसाल ने अपनी तस्वीर के साथ ताहिर मुस्तफा के नाम पर ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और सशस्त्र बल पहचान पत्र तैयार किए हैं। इसके अलावा, उनके पास बिना लाइसेंस की 12 बोर की बंदूक भी थी।

मुख्यालय 95 इन्फैंट्री ब्रिगेड के आदेश पर अधिकारियों के एक बोर्ड ने आरोपी की डिजिटल कलाकृतियों और हथियार जब्त किए। जांच में पाया गया कि अभय पिसाल ने एक ही नंबर के दस्तावेज अलग-अलग नामों—पिसाल अभय, विजय सिंह और ताहिर मुस्तफा—के तहत बनाए।
धर्मपुर पुलिस की टीम ने आरोपी को देहरादून से गिरफ्तार किया। जांच में यह भी सामने आया कि अभय पिसाल वर्ष 2023 में डगशाई सोलन में तैनात थे। जब वह वहां तैनात थे, तब उनके पाकिस्तान खुफिया ऑपरेटिव के संपर्क में होने का संदेह जताया गया था।
एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि आरोपी से बरामद बंदूक पर कोई कंपनी का मार्का या गन नंबर नहीं था। पुलिस अब यह पता लगाने में लगी है कि यह बंदूक कहां से आई और अभय पिसाल ने जाली दस्तावेज क्यों बनाए। उन्होंने बताया कि अभय पिसाल पुत्र विजय सिंह निवासी जिला सतारा महाराष्ट्र उम्र 45 वर्ष को पिछले कल देहरादून से गिरफ्तार किया गया है।
जांच एजेंसी ने आरोपी से बरामद दस्तावेजों और हथियारों की सत्यता की पुष्टि करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। धर्मपुर पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष और विस्तृत रूप से की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।