नाहन: सिरमौर जिला की पांवटा विधानसभा के अन्तर्गत आंज-भोज क्षेत्र के अंबोया में 300 बीघा भूमि पर एक नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इसके लिए हि. प्र. पावर कारपोरशन लि. से 300 बीघा भूमि उद्योग विभाग के नाम हस्तांतरित की जाएगी।
उद्योग, संसदीय कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने यह जानकारी आज शुक्रवार को पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के तहत राजकीय महाविद्यालय भरली (आंज-भोज) के त्रैवार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि अंबोया में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने से बड़ी संख्या में स्थानीय पढ़े-लिखे नौजवानों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनका उददेश्य हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति प्रदान कर युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खोलना है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि इस कालेज की घोषणा पूर्व में कांग्रेस की सरकार ने की थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गांव-गांव में स्कूल खोले जिससे गांव के बच्चों को पढ़ाई करने का अवसर मिला और आज देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल अग्रणी स्थान पर है।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि लड़कियां समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति पर दिखाई देती हैं, उन्हें पढ़ने का अनुकूल माहौल मिला है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं एक साधारण परिवार से आते हैं और ग्रामीण परिवेश को भलीभांति समझते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सेवा की भावना से काम कर रही है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन दिखाई देगा, हमारा उददेश्य प्रदेश को विकास के क्षेत्र में आगे ले जाना है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में राजनीति स्तर में गिरावट आई है जो समाज के लिए हितकर नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने चुनावी वर्ष में घोषणा करते हुए अनेक संस्थान खोल दिए। नए संस्थान खोलना कोई विकास का प्रतीक नहीं है बल्कि संस्थानों में स्टाफ की नियुक्ति करना और अधोसंरचना विकसित करना ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि 250 ऐसे स्कूल हैं जहां एक भी विद्यार्थी नहीं है, इन संस्थानों को निरंतर रखना कितना उचित है।
हर्षवर्धन चौहान ने शिक्षकों का आहवान किया कि वे कड़ी मेहनत करके विद्याथिर्यों के अच्छे भविष्य के निर्माण में सहयोग करें ताकि एक सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है। आने वाले समय में प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 5 साल में एक लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा और एक साल में 20 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमीरपुर एस.एस.सी. में पेपर बेचा गया जिससे पात्र व गरीब युवाओं के साथ बड़ा अन्याय हुआ है, ऐसे संस्था को जारी रखना कतई जरूरी नहीं है जो कि भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि सारा सिरमौर उनका घर है और जिला के लोगों की सेवा के लिए वह सैदव तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है।
उद्योग मंत्री ने शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक व अन्य कार्यकलाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कॉलेज के छात्र-छात्राओं को पुरस्कार भी वितरित किए।
उद्योग मंत्री ने कॉलेज के लिए भूमि दान करने वाले जोगीराम, बलबीर, रमेश चंद, सुनील, तेलु राम, मदन सिंह, संतराम, खत्रीराम, रणजीत सिंह, रमेश चौहान, रूप सिंह, कल्याण सिंह, मुकेश, खजान सिंह, ओम प्रकाश, पूर्ण सिंह दलीप सिंह को सम्मानित किया।
कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने इस मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
भरली कॉलेज तक पहुंचने से पहले रास्ते में विभिन्न गांवों में स्थानीय लोगों ने उद्योग मंत्री का भव्य स्वागत किया तथा अपनी समस्यायंे भी उनके समक्ष रखीं।
पूर्व विधायक किरनेश जंग ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह कॉलेज पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की देन है। इस कॉलेज के लिए पांच लाख रुपये की राशि कांग्रेस सरकार ने स्वीकृत की थी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विधायक के रूप मंे उन्होंने अनेक स्कूलों को अपग्रेड किया, सड़कों का निर्माण करवाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु के मंत्रीमंडल में सभी स्वच्छ छवि के नेता हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों को ओपीएस देने का वायदा पहली ही कैबिनेट में पूरा कर किया गया है और हमारी सरकार अन्य वायदों को भी पूरा करेगी। उद्योग मंत्री को महाविद्यालय की ओर से शॉल-टोपी भेंट कर सम्मानित भी किया गया।
शिलाई कांग्रेस मंडल अध्यक्ष सीता राम शर्मा, जिला कांग्रेस प्रवक्ता जे.एस.तोमर, संयुक्त निदेशक उद्योग ज्ञान चौहान, एसडीएम पांवटा गुंजीत चीमा, आंजभोज पंचायत के प्रधान और चुने हुए प्रतिनिधि सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।