सोलन: NCC 1 एचपी बटालियन सोलन का दस दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर वर्तमान में डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में आयोजित किया जा रहा है। 28 जून को शुरू हुए इस शिविर में सोलन जिले के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के लगभग 600 कैडेट्स भाग ले रहे हैं।

शिविर के दौरान, कैडेट्स को ड्रिल, हथियार चलाने और फायरिंग जैसे आवश्यक क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्हें सोलन जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आपदा प्रबंधन, अग्नि सुरक्षा और साइबर अपराध पर विशेषज्ञ सत्र भी दिए जा रहे हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल, जो एनसीसी के मानद कर्नल के रैंक से सम्मानित है, ने कैडेट्स को एक विशेष आयोजन में संबोधित किया। उन्होंने युवा प्रशिक्षुओं को स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर और जुनून और समर्पण के साथ अपने सपनों को हासिल करके विकसित भारत में सार्थक योगदान देने के लिए प्रेरित किया। प्रो. चंदेल ने अनुशासन के महत्व पर जोर दिया और कैडेट्स से अपने समुदायों में आदर्श बनने का आग्रह किया।
प्रो. चंदेल ने जीवन के प्रति संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर भी बल दिया, तथा छात्रों से शैक्षणिक दबावों के बीच अपने मानसिक स्वास्थ्य और आहार संबंधी आदतों पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध बनाने और भारत की समृद्ध जैव विविधता पर गर्व करने के लिए प्रोत्साहित किया। ड्रग्स के बढ़ते खतरे के खिलाफ बोलते हुए, उन्होंने एनसीसी कैडेटों से जागरूकता फैलाने और इस मुद्दे से निपटने के लिए नेतृत्व करने का आह्वान किया। कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजीव थॉमस ने एनसीसी की ओर से कुलपति का स्वागत किया और शिविर की मेजबानी में विश्वविद्यालय के सहयोग की सराहना की।
शिविर का उद्देश्य कैडेट्स में एकता, अनुशासन और नेतृत्व के मूल्यों को स्थापित करना है। एनसीसी की मुख्य गतिविधियों के साथ-साथ, कैडेट्स को बागवानी, सामाजिक वानिकी और कृषि उद्यमिता के अवसरों से परिचित करवाया जा रहा है। खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम, इस प्रशिक्षण में एक जीवंत आयाम जोड़ते हैं और सौहार्द एवं समग्र व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देते हैं। यह शिविर एनसीसी अधिकारियों और एसोसिएट एनसीसी अधिकारियों की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है, जो पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कैडेटों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।