ज्वालामुखी: टांडा मेडिकल कालेज में रैगिंग की वजह से प्रशिक्षु डाक्टर अमन काचरू की मौत के मामले की अदालती कार्रवाई दोबारा शुरू हो गयी। मामले में आरोपी अजय वर्मा नवीन व अभिनव वर्मा और मुकुल शर्मा की जमानत रद् होने व प्रदेश हाईकोर्ट के दखल के बाद आरोपियों ने बीते दिनों ही यहां आत्मसर्मपण कर दिया था। उन्हें इससे पहले यहां धर्मशाला की फास्टटरेक कोर्ट में जमानत मिल गई थी। अदालती कार्रवाई के बारे में बताते हुये जिला के डिप्टी अटार्नरी आर के कौशल ने बताया कि आज पुरिन्दर वैद्य की फास्ट टरेक कोर्ट में राजेन्दर प्रशाद मेडिकल कालेज टांडा के तीन डाक्टर व एक पुलिस कर्मी पेश हुये व उन्होंने अपने बयान कलमबद्घ कराये वहीं अदालत ने मंगलवार के लिये छह लोगों को अपने बयान देने के लिये बुलाया है। अदालत के सामने बयान देने वाले डाक्टर जे बी सिंह व के के शर्मा थे। काबिलेगौर है कि 17 जुलाई को आरोपियों को टरायल कोर्ट में जमानत मिल गई थी लेकिन मामला मिडिया में आने के बाद प्रदेश हाईकोर्ट ने कुछ ही संग्यान लेते हुये कदम उठाया व निचली अदालत की ओर से दी गई जमानत रद् कर दी थी। हाईकोर्ट के जस्टिस डी डी सूद ने अपने 37 पेज के आदेशों में निचली अदालत को मामले की सुनवाई जल्द करने की हिदायत दी थी। कोर्ट ने अपने आदेशों में हिदायत दी है कि बिना वजह मामले की पेशी को लटकाया न जाये। कौशल ने बताया कि मामले के दूसरे गवाह जिनमें ज्यादातर पुलिस वाले व डाक्टर हैं छह अगस्त को अपना बयान देने के लिये पेश होंगे।