सोलन: राजकीय महाविद्यालय अर्की में 14 सितंबर से चल रहा हिंदी पखवाड़ा मंगलवार को एक भव्य समापन समारोह के साथ संपन्न हो गया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया, एक पुस्तक का विमोचन हुआ और छात्रों द्वारा एक कहानी का शानदार मंचन भी किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर रामनाथ मेहता रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी स्वतंत्रता की सहज अभिव्यक्ति और जन-जन की भाषा है, जो पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।

पंकज और निधि ने जीतीं कई प्रतियोगिताएं
पखवाड़े के दौरान आयोजित निबंध, चित्रकला, भाषण और कविता पाठ प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया। छात्र पंकज तनवर ने निबंध, चित्रकला और भाषण प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। वहीं, छात्रा निधि भाषण और कविता पाठ, दोनों प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहीं। निबंध में पंकज तनवर, कामना शर्मा और पूर्वा क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
पुस्तक विमोचन और कहानी का मंचन
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने महाविद्यालय के हिंदी प्राध्यापक डॉ. राजन तनवर की पुस्तक “विमर्शों के आईने में समकालीन साहित्य” का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण छात्रों द्वारा प्रसिद्ध कहानीकार काशीनाथ सिंह की कहानी “अपना रास्ता लो बाबा” का मार्मिक मंचन रहा, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. मस्तराम ने भी छात्रों को संबोधित किया और हिंदी में कार्य करने पर गर्व महसूस करने की बात कही।