नाहन: जिला अस्पताल में शुक्रवार को आपरेशन के दौरान एक नवजात शिशु की मौत हो गई, जबकि मां की हालत बिगडने पर उसे पीजीआई रेफर कर दिया लेकिन रास्ते में ही मां ने दम तोड दिया । इस मामले से पति राजकुमार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए है । सीएमओ डा0 एमके पाठक ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिल गई है, लेकिन अभी तक लिखित रूप में कुछ नहीं मिला है । उन्होनें बताया कि मामले की जांच जिले के दूसरे किसी वरिष्ठ चिकित्सक को सौंपी जाएगी तथा मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी । नाहन निवासी राजकुमार की पत्नी नीलक का शुक्रवार सुबह नाहन अस्पताल में आपरेशन किया गया । चिकित्सकों के अनुसार आपरेशन के दौरान नीलम को मरा बच्चा पैदा हुआ तथा आपरेशन के बाद नीलम की हालत भी काफी बिगड गई ।
राजकुमार के भाई अशोक ने बताया कि नीलम को लगभग छह बोतल खून की चढाई गई । उसे बहुत ब्लीडिंग हो रही थी । लगभग दोपहर एक बजे चिकित्सकों ने उसे पीजीआई के लिए रेफर कर दिया जहां नीलम ने रास्ते में ही दम तोड दिया । अशोक ने आरोप लगाया कि अस्पताल में इतनी लापरवाही बरती गई कि उन्हें दवाईयों के लिए भी काफी तंग किया गया । जब पीजीआई चण्डीगढ के लिए रोगी वाहन मांगा तो उसे लेकर भी अस्पताल प्रशासन ने टालमटोल की । अशोक ने बताया कि लगभग दो साल पहले भी नीलम को बच्चा होना था । तब भी नाहन अस्पताल में ही उसका उपचार चल रहा था, लेकिए ऐन वक्त पर केस खराब होने पर नीलम को पीजीआई रेफर कर दिया था । जहां उसका नवजात शिशु मर गया था । अशोक ने बताया कि माह भर पहले ही अल्ट्रासांउड रिपोर्ट में जच्चा – बच्चा स्वस्थ बताए गए थे । वीरवार को भी नीलम स्वस्थ थी । उन्होनें कहा कि इस मामले में वह सरकार को भी शिकायत पत्र लिखेगें ।