ऊनाः मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार जहां युवाओं के कौशल उन्नयन तथा उन्हें रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है। वहीं किन्हीं वजहों से रोजगार हासिल न कर पाने वाले बेरोजगार युवाओं को भत्ता भी प्रदेश सरकार प्रदान कर रही है।
जिला रोजगार अधिकारी अनीता गौतम ने बताया कि जिला ऊना में वर्ष 2019-20 में बेरोजगारी भत्ते का लाभ 2758 युवाओं को दिया गया है, जिसके तहत उन्हें 3.68 करोड़ रुपए प्रदान किए गए। इसी प्रकार वर्ष 2020-21 में 2016 बेरोजगार युवाओं को भत्ते के रूप में 3.64 करोड़ रुपए दिए गए। जबकि वर्ष 2021-22 में 31 मार्च 2022 तक 1231 युवाओं को 3.81 करोड़ रुपए बेरोजगार भत्ते के रूप में वितरित किए गए।
बेरोजगारी भत्ते के रूप में प्रदेश सरकार पात्र युवा को प्रति माह 1000 रुपए की राशि प्रदान करती है। पचास प्रतिशत विकलांग लाभार्थी को प्रति माह 1500 रुपए की दर से बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है। यह भत्ता दो वर्षों के लिए देय होता है। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए बेरोजगार युवा का नाम किसी भी रोजगार कार्यालय में कम से कम एक वर्ष पूर्व दर्ज होना चाहिए। वह मूल रूप से हिमाचल हो तथा शैक्षणिक योग्यता कम से कम बारहवीं है। आवेदक की आयु 20 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए तथा वह किसी भी सरकारी, निजी या स्वरोजगार में नहीं होना चाहिए। आवेदक वर्तमान में किसी शिक्षण संस्थान में पढ़ाई न कर रहा हो तथा परिवार की आय वार्षिक दो लाख रुपए से कम होना अनिवार्य है। साथ ही आवेदक कौशल विकास भत्ते का लाभ भी न ले रहा हो।
छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। बेरोजगारी भत्ता योजना भी सरकार का एक ऐसा ही कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्ति नजदीकी रोजगार कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं या फिर रोजगार विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भत्ते की राशि प्रदेश सरकार सीधे बैंक खाते में डालती है।