नाहन: जिस भारत देश में नारीयों की पूजा होती थी आज इसी देष में एक नारी को धरती में आने से पहले ही मार दिया जाता है कन्या भ्रुण हत्या पर तंज कसते हुए यह बात शुक्रवार को राम कथामृत के तीसरे दिन साध्वी रूपेश्वरी भारती ने नाहन में अपने प्रवचनों के दौरान कही। उन्होंने कहा कि देश में एक वर्ष में 2 लाख से भी अधिक कन्याओं को जन्म लेने से पहले ही मार दिया जाता है और एक आंकडे के मुताबिक पिछले 10 वर्षो में 1 करोड से अधिक कन्याओं को जन्म लेने से पहले ही मार दिया गया है।
रूपेश्वरी भारती ने कहा कि कुछ प्रतिष्ठित पदों पर विराजमान नारियों को छोडकर आज नारियों की स्थिति दयनीय बनी हुई है, समाज में नारियों को अबला समझा जाता है जिसका मुख्य कारण हमारी बीमार मानसिकता है। उन्होंने कहा कि नारियां अगर खुद इसका विरोध करें और आगे आएं तभी इस कुरीति से समाज को छुटकारा मिल सकता है । उन्होंने कहा कि आषुतोष महाराज द्वारा संचालित दिव्य ज्योति संस्था का निरन्तर यही प्रयास है कि जगह जगह पर जाकर कन्या भ्रुण हत्या को लेकर लोगों को जागरूक किया जाए। कन्याओं के प्रति समाज की बीमार मानसिकता को दूर किया जाए ताकि इस कुरीति से छुटकारा मिल सकें।
राम कथामृत के तीसरे दिन कथा के दौरान सीता स्वंयवर प्रसंग के विलक्षण तथ्यों को उजागर करते हुए रूपेश्वरी भारती ने बताया कि भगवान श्री राम का व्यक्तित्व ऐसा है कि कोई भी कवि या रचनाकार उनके चरित्र की विशेषताओं को लिखे बिना नहीं रह सकता। इस अवसर पर जिला उपायुक्त मीरा मोंहती, पुलिस अधीक्षक पुनीता भारद्वाज, पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत की।