एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ

Photo of author

By Hills Post

शिमला: अलख प्रकाश गोयल शिमला विश्वविद्यालय (APGSU) में 7 जुलाई 2025 से एक सप्ताहीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) का शुभारंभ हुआ है, यह कार्यक्रम 11 जुलाई 2025 तक चलेगा। इस कार्यक्रम की थीम है “उच्च शिक्षा नीति में उभरते रुझान: शिक्षण और नवाचारी शोध का भविष्य गढ़ना।” इस एफडीपी का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के आलोक में शिक्षकों की अकादमिक, शिक्षण विधियों और शोध क्षमताओं को सुदृढ़ करना है।

कार्यक्रम की संयोजक डॉ. मनिंदर कौर, विभागाध्यक्ष, स्कूल ऑफ साइंसेज हैं। यह कार्यक्रम नवाचार और समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने की दृष्टि से आयोजित किया जा रहा है और इसे विश्वविद्यालय के शीर्ष नेतृत्व का समर्थन प्राप्त है, जिनमें मुख्य संरक्षक ई. सुमन विक्रांत (कुलाधिपति), प्रो. (डॉ.) रमेश चौहान (प्रो-चांसलर), तथा प्रो. (डॉ.) राजिंदर सिंह चौहान (कुलपति) शामिल हैं। कार्यक्रम की निगरानी प्रो. (डॉ.) आर.एल. शर्मा, रजिस्ट्रार द्वारा की जा रही है।

कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) अश्विनी शर्मा, डीन ऑफ फैकल्टी; प्रो. (डॉ.) अंकित ठाकुर, डीन, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी; तथा डॉ. नीलम शर्मा, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, जो कार्यक्रम को समावेशी एवं विकासोन्मुख बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। डॉ. देविका राणा, UGC-NEP कोऑर्डिनेटर, संरक्षक के रूप में कार्यक्रम में सक्रिय शैक्षणिक योगदान दे रही हैं।

यह एफडीपी शिक्षकों को नीति सुधार, समावेशन एवं समान अवसर, नवाचारी शिक्षण पद्धतियाँ, डिजिटल एकीकरण, शोध और ज्ञान सृजन, उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण, संकाय विकास, गुणवत्ता सुनिश्चितता और कौशल उन्नयन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करता है। प्रमुख वक्ताओं में शामिल हैं प्रो. देव दत्त शर्मा, अध्यक्ष, भूगोल विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (तथा पूर्व एवं संस्थापक कुलपति, सरदार पटेल विश्वविद्यालय, मंडी); प्रो. पी.के. आहलूवालिया, भौतिकी विभाग, एचपीयू; तथा डॉ. संदीप चौहान, अध्यक्ष, रसायन विभाग, एचपीयू। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की ओर से प्रमुख वक्ता हैं प्रो. (डॉ.) आनंद मोहन, डीन अकादमिक्स; प्रो. (डॉ.) अंकित ठाकुर; और डॉ. देविका राणा।

आयोजकों में डॉ. भावना वर्मा, विभागाध्यक्ष, स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज़ एंड रिसर्च; डॉ. देविका राणा, UGC-NEP कोऑर्डिनेटर; डॉ. विजयश्री, सहायक प्रोफेसर (मीडिया एवं जनसंचार); अतुल कुमार दुबे, विभागाध्यक्ष, स्कूल ऑफ एलाइड एंड हेल्थकेयर साइंसेज़; और अश्विनी शर्मा, सहायक प्रोफेसर (कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग) एवं ऑडिटोरियम इंचार्ज। आयोजन समिति में शामिल हैं डॉ. भावना वर्मा, डॉ. प्यार सिंह, अतुल शुक्ला एवं ललित। सलाहकार समिति में शामिल हैं डॉ. मोनिका बाल्टू, चेतन मेहता, ललित, और डॉ. देविका राणा। तकनीकी और आयोजन सहयोग प्रदान कर रहे हैं सुश्री भारती, सुश्री मेहत कौर, हितेंद्र और रजत प्रताप।

एफडीपी में भाग लेने के लिए ₹1000 का पंजीकरण शुल्क निर्धारित किया गया है। पंजीकरण लिंक: https://forms.gle/ZNYmydNykU1E3xfk7। भुगतान हेतु विवरण: एपीजी यूनिवर्सिटी इम्प्रेस्ट खाता, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया; खाता संख्या: 309501010033300; IFSC कोड: UBIN0530956; शाखा: द मॉल, शिमला।

यह एफडीपी कार्यक्रम एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता, नवाचार, तथा संकाय विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विश्वविद्यालय निरंतर ऐसे मंचों के माध्यम से शिक्षकों को वैश्विक शिक्षा परिवेश के अनुरूप तैयार करने हेतु प्रतिबद्ध है

Photo of author

Hills Post

हम उन लोगों और विषयों के बारे में लिखने और आवाज़ बुलंद करने का प्रयास करते हैं जिन्हे मुख्यधारा के मीडिया में कम प्राथमिकता मिलती है ।