शिमला: हिमाचल प्रदेश के विधि (लॉ) छात्रों को अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का एक और बड़ा मंच मिलेगा। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, एपीजी शिमला विश्वविद्यालय ने सोमवार को लीगल ओलंपियाड प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के लॉ के छात्रों को आगामी एक्सटर्नल लॉ ओलंपियाड परीक्षा और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।

इस एमओयू के तहत, लीगल ओलंपियाड प्राइवेट लिमिटेड परीक्षा के आयोजन, मूल्यांकन, प्रमाणन और राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग जारी करने की पूरी जिम्मेदारी संभालेगा। वहीं, एपीजी शिमला विश्वविद्यालय छात्रों के पंजीकरण, परीक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करने और उन्हें मेंटरिंग सत्र प्रदान करने में सहयोग करेगा।
यह समझौता फिलहाल एक वर्ष के लिए किया गया है, जिसे बाद में आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है। एमओयू पर लीगल ओलंपियाड के संस्थापक विनीत शर्मा और एपीजी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. आर.एल. शर्मा ने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजिंदर चौहान ने कहा कि यह साझेदारी हमारे छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी कानूनी योग्यता को निखारने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगी और विधिक शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की भूमिका को और मजबूत बनाएगी। इस दौरान विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक्स प्रोफेसर आनंद मोहन और डीन छात्र कल्याण डॉ. नीलम शर्मा भी मौजूद रहीं।