धर्मशाला: समाज में पनप रही कन्या भ्रुण हत्या, नशा तथा दहेज सम्बन्धी कुरीतियों को दूर करने के लिये महिला वर्ग अहम भूमिका निभा सकता है । यह विचार आज उपायुक्त कांगड़ा श्री आर एस गुप्ता ने कांगड़ा कला संग्रहालय में यात्रा स्वयंसेवी संगठन तथा भाषा विभाग के सौजन्य से आयोजित अन्तर्राष्टीय महिला दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में व्यक्त किये ।
उन्होंने कहा कि लड़कियों की कम होती संख्या समाज के समक्ष एक बड़ी चुनौती है जिससे निपटने के लिये समाज के हर वर्ग को अपना योगदान देना होगा। श्री गुप्ता ने कहा कि कन्या भ्रुण हत्या रोकने के लिये सरकार ने कडे कदम उठाये हैं। उन्होनें कहा कि पीएनडीटी अधिनियम को शक्ति से लागू किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में हर क्षेत्र में महिलाऐं अग्रणी भूमिका निभा रही हैं । महिलाओं के उत्थान के लिए सरकार ने अनेक कल्याणकारी योजनायें आरम्भ की हैं तथा कानून में भी काफी संरक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजना में भी महिलाओं की 70 प्रतिशत भागीदारी रही है जिसके फलस्वरूप जिला को पुरस्कृत किया गया है।
कला संग्रहलया में सुमन, पूनम, मीनाक्षी, हंशा राणा, अनू गुप्ता, अनामिका तथा शक्ति चड्डा आदि महिलाओं द्वारा बनाये गये चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी जिनका उद्घाटन उपायुक्त द्वारा किया गया तथा चित्रकला वाली महिलाओं को उपायुक्त द्वारा स्मृति चिन्ह देकर स मानित किया गया।
इस अवसर पर दाड़ी की इन्दु कुमारी को प्रतिमा आवार्ड से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि यह लड़की अपने परिवार में पहली शिक्षित लड़की है व जेबीटी द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत है।
समारोह में यात्रा स्वंय सेवी संगठन की अध्यक्षा भारती कटोच, इन्दू पूंज, नर्वदा देवी आदि ने भी अपने विचार रखे । इससे पूर्व संग्रहालय के प्रभारी रमेश चन्द्रा ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए महिलाओं द्वारा दिये जा रहे योगदान की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर पूर्व आकाशवाणी निदेशक अशोक जयरथ, सेवानिवृत शिक्षाविद गौतम व्यथित सहित कई महिलाओं ने भाग लिया।