करते हो तुम … मेरा नाम हो रहा है

ज्वालामुखी: करते हो तुम मेरा नाम हो रहा है,प्रसिद्ध भजन की यह पंक्तियां ज्वालामुखी मंदिर प्रशासन पर बिल्कुल सटीक बैठती है। क्योंकि वर्ष भर विश्व प्रसिद्ध शक्तितपीठ श्री ज्वालामुखी मे धार्मिक आयोजन, नवरात्रेव अनुष्ठान,भजन संध्या आदि मां के दरबार मे परम्पराअनुसार होते है। लेकिन मंदिर प्रशासन का एक भी पैसा इस आयोजनो मे खर्च नही होता। मंदिर न्यास के इन आयोजन को देखने आते पूरे विश्व से श्रद्धालुओ को मां के दरबार मे फूलो की सजावट आधुनिक लाईटस की चकाचौध मंदिर प्रशासन की इस व्यवस्था को देखकर दगं रह जाते है। लेकिन यह चकाचौध व फूलो की सजावट व भजन संध्या जैसे आयोजन श्रद्धालु अपनी ओर से करवाते है जिसमे मंदिर प्रशासन का कोई योगदान नही होता है जिसका सारा श्रेय मंदिर मुफ्त मे ही ले जाता है। गुप्त नवरात्रो मे भी करवाई गई सारी साज सज्जा श्रद्धालुओ ने ही करवाई थी।

प्रश्न यह उठता है कि करोडो लोगो की आस्था के इस केन्द्र में मंदिर प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यवस्था ना करना कहीं ना कही खलता है। मंदिर अधिकारी सुदेश नैयर ने बताया की लाईटो की व्यवस्था व भजन संध्या ,फूलो की सजावट श्रद्धालुओ ने करवाई है और पुजारी सभा विशाल भण्डारे का आयोजन हर वर्ष की तरह कर रही है। ऐसे में यह पंक्तितयां, करते है श्रद्धालु व पुजारी, मंदिर प्रशासन का नाम हो रहा है चरितार्थ होती हैं।