कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के भवनों का होगा निर्माण – राजन

सिरसा:  शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े प्रदेश के सभी खंडों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के भवनों का निर्माण करवाया जाएगा। राजन आज स्थानीय लघुसचिवालय स्थित डीआरडीए सेमिनार हाल में शिक्षा विभाग एवं सर्वशिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारियों को संबोधित कर रही थी। इस बैठक में सिरसा के उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन, सर्वशिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक मनदीप सिंह बराड़, सिरसा डिवीजन के अंतर्गत आने वाले सभी जिला के अतिरिक्त उपायुक्त व अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

छह खंडों में होगा विद्यालयोंं का निर्माण

उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिन गांवों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का निर्माण किया जाना है, उन गांवों की जमीन संबंधी औपचारिकताएं पूरी कर मुख्यालय को तुरंत केस भेजे। इन विद्यालयों में लड़कियों के छात्रावास भी बनाए जाने है इसलिए विद्यालयों के निर्माण के लिए जो भूमि निर्धारित की गई है उसमें दो एकड़ में छात्रावास भी बनाया जाना है। उन्होंने बताया कि यह विद्यालय अनुसूचित जाति बाहूल्य जनसंख्या वाले गांव में बनाए जाने है। इन विद्यालयों में पढऩे वाले छात्राओं को सभी प्रकार की सुविधाएं निशुल्क मुहैया होंगी। इसके साथ-साथ सभी सुविधाएं जवाहर नवोदय की तर्ज पर मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला के छह खंडों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का निर्माण करवाया जाएगा। इन खंडों में दो नाथूसरी चौपटा, औढ़ा, रानियां, ऐलनाबाद, डबवाली, बड़ागुढ़ा शामिल है।

श्रीमती राजन ने कहा कि शिक्षा के अधिकार को हरियाणा में प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा। जहां भी पढऩे वाले बच्चे अधिक होंगे वहीं स्कूल खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत प्रदान की जा रही सुविधाओं को प्रभावी ढंग से छात्रों तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जिला में जेबीटी अध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। विभाग का प्रयास रहेगा कि सभी जेबीटी अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत सभी स्कूलों में रैंप इत्यादि बनवाना सुनिश्चित करे ताकि विकलांग व्यक्तियों को किसी प्रकार असुविधा न हो। इसके साथ-साथ चाईल्ड केयर सैंटर बचपन शालाओं व रैमीडियल कोर्सांे तथा लाईस स्किल से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों को प्रभावी तरीके से लागू करवाए।