धर्मशाला: कांगड़ा जिला की कुल 20 तहसील/उपतहसील में से 19 के राजस्व रिकॉर्ड का कम्प्यूटरीकरण कर दिया गया है। जबकि एक तहसील पालमपुर के राजस्व रिकॉर्ड के कम्प्यूटरीकरण का कार्य जून माह के अन्त तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने आज अतिरिक्त मुख्य सचिव(राजस्व), हिमाचल प्रदेश सरकार हीरेन्द्र हीरा को वीडियो कान्फ्रैंसिंग के माध्यम से जिला की राजस्व सम्बन्धी प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्व रिकॉर्ड के कम्प्यूटरीकृत होने से लोगों को अपने भूमि सम्बन्धी दस्तावेज को अविलम्ब प्राप्त करने में सुविधा मिली है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में पेयजल समस्या से ग्रस्त क्षेत्रों में टैंकर एवं टै्रक्टरों के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाने के लिये जिला के सभी उपमण्डल मेजिस्ट्रेट को आदेश जारी कर दिये गये हैं तथा टैंकर एवं टै्रक्टरों से पानी मुहैय्या करवाने के लिये सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई हैं, जिसमें 2260 रूपये प्रति टैंकर तथा 997 रूपये प्रति टै्रक्टर निर्धारित की गई है।
उन्होंने बताया कि सूखा पडऩे से पशुओं के चारे में आई कमी के लिये चारे की खरीद हेतू 500 रूपये प्रति पशुपालक को परिवहन उपदान देने के लिये जिला के सभी एसडीएम को राहत राशि उपलब्ध करवा दी है तथा प्रत्येक पंचायत में पशुपालकों को चारा उपलब्ध करवाने के लिये समिति का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय पंचायत प्रधान, पटवारी तथा सम्बन्धित पशु औषधालय के फार्मासिस्ट सदस्य होंगे, जिनके द्वारा अन्य राज्यों से तूड़ी इत्यादि चारा लाने के लिये परिवहन व्यवस्था इत्यादि की जाएगी।
उपायुक्त ने अतिरिक्त मु य सचिव को बताया कि जिला में राजस्व सम्बन्धी सभी मामलों को समयबद्घ निपटाने पर विशेष बल दिया गया है तथा सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार को भूमि-इंतकाल, भूमि -तकसीमी इत्यादि मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश जारी किये गये हैं ताकि लोगों को समय पर राजस्व मामलों में न्याय मिल सके।