धर्मशाला: उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने आज यहां जिला सैनिक कल्याण बोर्ड की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि जिला में जिन भूतपूर्व सैनिकों को अभी तक सेना से किसी भी प्रकार की पैंशन नहीं मिल रही है, ऐसे सैनिकों की पहचान के लिये एक विशेष अभियान चलाकर सभी भूतपूर्व सैनिकों को पैंशन की सुविधा प्रदान की जाए।
उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिला में 1161 पात्र सैनिकों एवं उनकी विधवाएं, जिनकों सेना से पैंशन नहीं मिल रही है, ऐसे 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सैनिक परिवारों को प्रदेश सरकार द्वारा 330 रूपये प्रतिमाह की दर से बुढ़ापा पैंशन प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त द्वितीय विश्वयुद्ध के 240 भूतपूर्व सैनिक एवं 760 युद्ध विधवाओं को 500 रूपये प्रतिमाह पैंशन दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के कल्याण के लिये कृतसंकल्प है तथा सरकार द्वारा इस वर्ग के लोगों के लिये अनेक कार्यक्रम, कल्याणकारी योजनाएं चलाई गईं हैं ताकि सरकार की इन कल्याणकारी नीतियों का लाभ सभी पात्र परिवारों को मिल सके। उन्होंने बताया कि भूतपूर्व सैनिकों के निधन पर भारत सरकार द्वारा आश्रितों को अंतिम संस्कार करने के लिये 2500 रूपये के अलावा 3000 रूपये की अतिरिक्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
उपायुक्त ने बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिला के सभी विश्राम गृहों की आवश्यक मुरम्मत के साथ-साथ इनमें ठहरने के लिये बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएं ताकि भूतपूर्व सैनिकों, कर्मचारियों तथा बाहर आने वाले पर्यटकों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने जानकारी दी कि कांगड़ा जिला में इस समय 53 हजार भूतपूर्व सैनिक एवं सैनिक विधवाएं हैं, जिन्हें प्रदेश एवं भारत सरकार के सौजन्य से विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
जिला कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक, ओपी कोरला ने भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को दी जा रही विभिन्न सुविधाओं एवं योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उमापति जम्बाल, उपाध्यक्ष जिला सैनिक कल्याण बोर्ड श्री गणेश सिंह के अलावा बोर्ड के गैर-सरकारी सदस्यों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।