धर्मशाला : कांगड़ा जिला में बागवानी तकनीकी मिशन के तहत अब तक 17 करोड़ रूपये की राशि व्यय करके 11387 किसानों को लाभान्वित किया गया है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त कांगड़ा, श्री आरएस गुप्ता ने बताया कि गत वर्षा ऋतु के दौरान कांगड़ा जिला में 2.10 लाख विभिन्न प्रजातियों के फलदार पौधे जिसमें आम, लीची, संतरा, नींबू, माल्टा इत्यादि के पौधे किसानों को उपलब्ध करवाये गये। उन्होंने जानकारी दी कि उद्यान विभाग द्वारा वर्ष 2008 में यूएसए से उत्तम किस्म के 12,891 सेब के पौधे, शीरों किस्म के 33 पलम के पौधे, वैन चैरी के 98 और सेब के 3452 रूट स्टॉक मंगवाकर लोगों को उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने कहा कि सेब की उत्तम किस्म में अर्ली रैडवन, स्कारलैट, स्पर्टू, ग्रेनिस्मिथ, गोल्डन डेलिसियस, गाला, गिब्सन गोल्डन इत्यादि किस्में शामिल हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि कांगड़ा जिला में बागवानी की अपार संभावनाएं विद्यमान हैं तथा यह अत्यन्त हर्ष का विषय है कि धर्मशाला क्षेत्र के अन्तर्गत पड़ने वाले थातरी गांव के कुछ बागवानों द्वारा सेब उत्पादन का सफल प्रयोग किया गया है, जिससे प्रतीत होता है कि इस क्षेत्र का जलवायु नींबू प्रजाति के फलोत्पादन के अतिरिक्त सेब उत्पादन के लिये भी उपयुक्त है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में कृषि को बढ़ावा देने पर भी सरकार द्वारा विशेष बल दिया जा रहा है तथा चालू वित्त वर्ष के दौरान कांगड़ा जिला में 813 पॉलीहाउस स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिस पर 5.79 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का निचले स्तर तक व्यापक प्रचार किया जाए और जिला में जिन किसानों के पॉलीहाउस स्वीकृत किये