किन्नौर के आई.टी.बी.पी ग्राउंड में मनाया गया हिमाचल दिवस समारोह

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By Hills Post

रिकांगपिओ: जिला स्तरीय 78वां हिमाचल दिवस समारोह किन्नौर जिला के मुख्यालय रिकांग पिओ के आई.टी.बी.पी मैदान में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने की।

इस अवसर पर नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने ध्वजारोहण किया व भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व हिमाचल पुलिस विभाग के उप निरीक्षक प्रवीण कुमार ने किया। भव्य परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, हिमाचल पुलिस पुरुष व महिला, गृह रक्षा पुरूष व महिला, गृह रक्षा बैंड, एन.सी.सी, एन.एस.एस व स्काउटस एण्ड गाईडस की टुकड़ियों ने भाग लिया।
इससे पूर्व आई.टी.बी.पी मैदान पहुंचने पर नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी का स्थानीय लोगों, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों तथा जिला प्रशासन द्वारा पारम्परिक ढंग से भव्य स्वागत किया गया।

राजेश धर्माणी ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल प्रदेश के गठन व पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के उपरान्त प्रदेश सहित किन्नौर जिला ने अभूतपूर्व विकास किया है। उन्होंने प्रदेश में विकास की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार 31 मार्च, 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य, वर्ष 2027 तक हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और वर्ष 2032 तक देश के सबसे समृद्धशाली राज्य के रूप में विकसित करने के दृढ़ संकल्प के साथ कार्य कर रही है। कांग्रेस सरकार ने कठिन वित्तीय स्थिति के बावजूद प्रदेश में विकास की गति को तेज़ किया है और इसके लिए अतिरिक्त वित्तीय संसाधन भी जुटाए हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए 10 वायदों में से 6 वायदों को पूरा कर दिया है। शेष चार गारंटियों को भी हम पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हिमाचल प्रदेश को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूती प्रदान की जा रही है जिसके तहत प्रदेश में पहली बार दूध, प्राकृतिक खेती से उगाए गेहंू, मक्की और हल्दी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया गया है।

राजेश धर्माणी ने बताया कि इस साल गाय और भैंस के दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में फिर से वृद्धि की गई है। गाय के दूध पर समर्थन मूल्य को 32 रुपये से बढ़ाकर 38 रुपये और फिर 45 रुपये किया था जिसे इस बजट में 6 रुपये की वृद्धि के साथ 51 रुपये प्रतिलीटर कर दिया गया है। इसी तरह, भैंस के दूध पर समर्थन मूल्य 47 रुपये से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर किया गया था, जिसे इस साल से 61 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि प्राकृतिक खेती कर रहे प्रदेश के एक लाख 58 हजार 785 किसानों को प्रमाणित किया गया है। प्राकृतिक तरीके से उगाई गई मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये और गेहूं का 40 रुपये से बढ़ाकर 60 रुपये प्रति किलो किया है, जिससे लाखों किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रदेश में प्राकृतिक हल्दी का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार कच्ची हल्दी 90 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदेगी, जिससे हिमाचली हल्दी के नाम से प्रचारित किया जाएगा।

तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि जनजातीय जिला किन्नौर में वर्ष 2024-25 में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने व विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर 01 करोड़ 30 लाख रुपये की राशि व्यय की गई ताकि जनजातीय जिला किन्नौर के युवा कौशल विद्या प्राप्त कर सकें व आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने कहा कि जिला में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने तथा गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के मद्देनजर शिक्षा के लिए 07 करोड़ 02 लाख रुपये प्रस्तावित किए गए जबकि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 02 करोड़ 37 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।

राजेश धर्माणी ने बताया कि जिला किन्नौर में औद्योगिक गतिविधियों के लिए 02 करोड़ 45 लाख रुपये जबकि पर्यटन, युवा सेवा एवं खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के 90 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई। हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के माध्यम से जिला में कौशल विकास के लिए स्की कोर्स पर 16 लाख 54 हजार रुपये की राशि व्यय कर 70 लोगों को कौशल से जोड़कर रोजगार के अवसर हेतु प्रशिक्षित किया गया। इसके अलावा 04 लाख 30 हजार रुपये की राशि व्यय कर 80 लोगों को अंग्रेजी भाषा व मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जिला के विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने का कार्य प्रगति पर है तथा इस शैक्षणिक सत्र से पहली कक्षा से अंग्रजी मीडयम में पढ़ाई आरंभ कर दी गई है। शिक्षा का स्तर बेहतर करने की दिशा में अब तक 02 करोड़ 93 लाख रुपये की राशि व्यय कर विभिन्न विद्यालयों में अतिरिक्त भवनों का निर्माण किया गया। 01 करोड़ 26 हजार रुपये की राशि से निःशुल्क किताबें व वर्दी विद्यार्थियों को प्रदान की गई तथा 11 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किए गए।

राजेश धर्माणी ने बताया कि स्वर्ण जयंती ज्ञानोदय कलस्टर श्रेष्ठ विद्यालय योजना के तहत प्रारम्भिक विद्यालयों की आधारभूत संरचनाओं के लिए 45 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। इसके अलावा जिला के पहली से आठवीं कक्षा तक के निर्धन विद्यार्थियों को 04 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई तथा मिड-डे मील योजना के तहत आठवीं कक्षा तक के 5676 विद्यार्थियों को भोजन हेतु 91 लाख रुपये व्यय किए गए।

इस अवसर पर स्कूली बच्चों व विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कैबिनेट मंत्री द्वारा दौरान परेड में भाग लेने वाले जवान व सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने वालों को भी सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री की धर्मपत्नी सोनिका धर्माणी, उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर, पंचायत समिति कल्पा की अध्यक्षा ललिता पंचारस, जिला परिषद सदस्य हितैष नेगी, जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्षा सरोज नेगी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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