किन्नौर में एनेस्थीसिया चिकित्सक न होने से लोगों को वेंटिलेटर का नही मिल रहा लाभ

रिकांगपिओ: जिला में कोविड केयर के लिए संसाधनों का अभाव पड़ा है। ज़िले में चार वेंटिलेटर फंक्शनल बताए जा रहे है जबकि सात वेंटिलेटर धूल फांक रही है। जो फंक्शनल है वो भी बिना एनेस्थीसिया चिकित्सक के फायदा जिले के लोगो को नही मिलने वाला है।
विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी रिकांगपिओ में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि जिला में किसी कोरोना मरीज को वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़े तो यह सुविधा नही है। मरीज को रामपुर रेफर किया जाता है। रामपुर में भी उचित सुविधा नही है।

नेगी ने कहा कि जिला के शोलतू में जेएसडब्ल्यू का संजीवनी हॉस्पिटल कार्यरत है। जो परियोजना प्रभावित लोगों के लिए बना है। जहाँ कोविड केयर के संसाधन मौजूद है। वेंटिलेटर स्थापित है। जिसे सरकार को तुरंत डेडिकेटिड कोविड केयर सेंटर में तब्दील किया जाना चाहिए। इससे जिले के लोगों को कोविड केस में जिले से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।

आज देश सहित प्रदेश में कोविड के केस बढ़ रहे है। ऐसे में जिला के चौरा बेरियर पर दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, बिहार सहित अन्य क्षेत्रों से आ रहे मजदूरों सहित अन्य लोगो का रेपिड एंटीजन टेस्ट किया जाना चाहिए। इस अवसर पर जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ सूर्य बोरस, प्रदेश इंटक सचिव कुलवंत नेगी भी उपस्थित थे। 

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