किसानों की आय बढ़ाने को नई योजनाएं लॉन्च, 560 से अधिक लोगों ने देखा सीधा प्रसारण

Photo of author

By Hills Post

सोलन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शनिवार को लॉन्च की गई महत्वाकांक्षी कृषि योजनाओं के शुभारंभ के साक्षी डॉ. वाई.एस. परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी और इसके पांच कृषि विज्ञान केंद्रों के 560 से अधिक किसान, वैज्ञानिक और छात्र बने। नई दिल्ली के पूसा से हुए इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यहां दिखाया गया, जिसमें ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ (PMDDKY) और ‘आत्मनिर्भरता ऑन पल्सेज मिशन’ जैसी प्रमुख योजनाएं शामिल थीं।

प्रधानमंत्री ने ₹35,440 करोड़ की इन ऐतिहासिक योजनाओं का शुभारंभ करते हुए किसानों से घरेलू और वैश्विक खाद्य जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया।

पिछड़े जिलों पर रहेगा खास फोकस

‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ का मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि को अधिक उत्पादक, टिकाऊ और लाभकारी बनाना है। यह योजना विशेष रूप से देश के उन 100 पिछड़े जिलों पर केंद्रित होगी, जो कम उत्पादकता और पानी की कमी जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

किसानों के साथ हुआ संवाद सत्र

नौणी विश्वविद्यालय में यह कार्यक्रम विस्तार शिक्षा निदेशालय द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें 260 से अधिक किसानों और छात्रों ने भाग लिया। सीधा प्रसारण देखने के बाद एक संवाद सत्र भी आयोजित किया गया, जहां विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने इन नई योजनाओं के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल ने किसानों से इन योजनाओं की पूरी जानकारी लेकर इनका अधिकतम लाभ उठाने की अपील की। इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय के चंबा, सोलन, शिमला, किन्नौर और लाहौल-स्पीति स्थित कृषि विज्ञान केंद्रों में भी 300 से अधिक किसानों ने इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा।

Photo of author

Hills Post

हम उन लोगों और विषयों के बारे में लिखने और आवाज़ बुलंद करने का प्रयास करते हैं जिन्हे मुख्यधारा के मीडिया में कम प्राथमिकता मिलती है ।