सोलन: विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के तहत कृषि विज्ञान केन्द्र सोलन द्वारा जौणाजी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अभियान को और गति देने के लिए डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चन्देल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम में जौणाजी तथा आसपास के गाँवों के लगभग 200 किसानों ने भाग लिया।

इस कार्यक्रम को इफको के सहयोग से आयोजित किया गया। किसानों को संबोधित करते हुए कुलपति ने कृषि में वैज्ञानिकों व किसानों के बीच दूरी को पाटने के प्रयासों को बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने इस अवसर पर किसानों को आगे बढ़ कर वैज्ञानिकों व राज्य के कृषि, औद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क बढ़ाने तथा राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
चर्चा के दौरान प्रोफेसर चन्देल ने खेती में कम लागत वाली तकनीकें अपनाने का आवाहन किया। प्राकृतिक कृषि के राष्ट्रीय मिशन के बारे में भी उन्होंने विस्तृत चर्चा की तथा आस-पास के प्राकृतिक कृषि कर रहे प्रगतिशील किसानों शैलेन्द्र शर्मा व बुध राम के द्वारा प्रयोग की जा रही तकनीकों का अध्ययन कर अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कहा कि कृषि में स्वतंत्रता के बाद बहुत विकास हुआ है तथा देश अपनी खाद्य सुरक्षा प्राप्त करने में सफल रहा है किंतु बदलते परिवेश को देखते हुए कृषि को लाभकारी रखने के लिए नवाचार को अपनाने की आवश्यकता है ऐसे में विकसित कृषि संकल्प अभियान एक सामयिक निर्णय है तथा यह अभियान देश भर के किसानों तथा अन्य सभी हितधारकों में आपसी तालमेल बढ़ाने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार करने में सफल होगा।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक आत्मा संतोष गुप्ता ने रासायनिक के अत्यधिक उपयोग से मृदा, जल एवं सेहत पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने आत्मा द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों के बारे में बताया। भारत सरकार के उपक्रम इफको ने इस कार्यक्रम में सहयोग किया तथा फील्ड ऑफिसर रोहित ने इफको के जैविक खाद्यों एवं कई लाभकारी उत्पादों की जानकारी कृषकों को दी।
फसल बीमा के जिला समन्वयक ओम प्रकाश ने फसल बीमा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी और किसानों को इस योजना का भरपूर लाभ लेने का आवाहन किया। कार्यक्रम में भारत तथा प्रदेश सरकार की योजनाओं इत्यादि के विषय में भी जानकारी प्रदान की गई। पंचायत प्रधान जैवन्ती और उपप्रधान ने कृषि संबंधित जानकारियों के बारे में जागरूकता लाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र और सभी अधिकारियों का धन्यवाद किया ।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डॉ अमित विक्रम, केंद्र के वैज्ञानिक डॉ आरती शुक्ल, डॉ अनुराग शर्मा, डॉ मीरा, प्रगतिशील किसान, कृषि विभाग एवं अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया।